नकली दवाओं के सौदागारों पर शिकंजा, दिल्ली के 50 से ज्यादा कारोबारी रडार पर
नई दिल्ली। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की नकली दवाएं बेचने वाले रैकेट के खुलासे के बाद दिल्ली के दवा कारोबार में हड़कंप मच गया है।

नकली दवाओं के सौदागारों पर शिकंजा, दिल्ली के 50 से ज्यादा कारोबारी रडार पर
नई दिल्ली। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों की नकली दवाएं बेचने वाले रैकेट के खुलासे के बाद दिल्ली के दवा कारोबार में हड़कंप मच गया है। दिल्ली ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने अब सख्त रुख अपनाते हुए करीब 50 संदिग्ध दवा कारोबारियों को जांच के घेरे में ले लिया है।
डिपार्टमेंट के ड्रग कंट्रोलर दानिश अशरफ के निर्देश पर 10 ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम गठित कर दो चरणों में जांच अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार से शुरू हुई यह जांच थोक और खुदरा दुकानों में बिकने वाली खासतौर से एंटी-कैंसर दवाओं पर केंद्रित है। इन सैंपलों की जांच दिल्ली से बाहर की लैब्स में कराई जाएगी।भागीरथ पैलेस, जो दिल्ली की सबसे बड़ी थोक दवा मंडी है, एक बार फिर जांच एजेंसियों के निशाने पर है। हर बार नकली दवाओं के तार यहीं से जुड़ते दिखते हैं। विभाग के अनुसार यहां के कई दुकानदारों की विशेष निगरानी की जा रही है।
हालांकि, दिल्ली ड्रग ट्रेडर्स असोसिएशन ने भी अभियान का समर्थन किया है। जनरल सेक्रेटरी आशीष ग्रोवर ने बताया कि व्यापारियों को वॉट्सऐप के जरिए सतर्क रहने की हिदायत दी जाती है, और संदेहास्पद गतिविधियों की सूचना विभाग को दी जाती है।विभाग मैनपावर की भारी कमी से भी जूझ रहा है। 30 हजार से अधिक पंजीकृत दुकानों की निगरानी के लिए मात्र 13 इंस्पेक्टर हैं,
जबकि जरूरत करीब 100 की है। हालांकि, 25 नए ड्रग इंस्पेक्टर जल्द नियुक्त होने वाले हैं, जिन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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