दिल्ली का फुटपाथ बना दुकानदारी का अड्डा MCD भी लाचार
दिल्ली की सड़कें आज एक नई चुनौती से जूझ रही हैं फुटपाथ पर होती अनाधिकृत दुकानदारी। राजधानी के करोल बाग, लक्ष्मी नगर, सदर और शाहदरा जैसे क्षेत्रों में फुटपाथ अब पैदल चलने वालों के लिए नहीं

दिल्ली का फुटपाथ बना दुकानदारी का अड्डा MCD भी लाचार
दिल्ली। दिल्ली की सड़कें आज एक नई चुनौती से जूझ रही हैं फुटपाथ पर होती अनाधिकृत दुकानदारी। राजधानी के करोल बाग, लक्ष्मी नगर, सदर और शाहदरा जैसे क्षेत्रों में फुटपाथ अब पैदल चलने वालों के लिए नहीं, दुकानदारों के लिए दुकान चलाने की जगह बन चुके हैं।
फुटपाथों पर कपड़ा, सब्ज़ी, किताबें, चाय-समोसे की रेहड़ियां सज जाती हैं, जिससे आम लोगों को सड़क पर चलना पड़ता है। नतीजाकृभीषण ट्रैफिक जाम और बढ़ता एक्सीडेंट का खतरा।स्थानीय निवासी सुमन वर्मा कहती हैं, ‘‘रोज़ बच्चों को स्कूल छोड़ने जाती हूं। पहले पैदल चलने का रास्ता होता था, अब दुकानें होती हैं। बच्चों के साथ सड़क पर चलना बहुत खतरे भरा है।’’
वहीं करोल बाग में कोचिंग करने वाली छात्रा अनुष्का ने कहा, ‘‘मेट्रो से उतरते ही फुटपाथ गायब हो जाता है। इतनी भीड़ होती है कि छेड़छाड़ तक हो जाती है।
MCD की टीमें हर कुछ दिनों में कब्ज़ा हटाने पहुंचती हैं, सामान जब्त होता है, चालान भी होते हैंकृपर सिर्फ कुछ दिनों की राहत मिलती है। दुकानदार फिर से लौट आते हैं। सवाल यह है कि क्या फुटपाथ फिर कभी पैदल चलने वालों को मिल पाएंगे?
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