इंदिरापुरम ग्रीनबेल्ट में खुलेआम शराबखोरी और अराजकता, पुलिस बनी मूकदर्शक
गाजियाबाद। इंदिरापुरम के शिप्रा रिवेरा के अपोजिट ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में शाम 6 बजे के बाद एक बेहद गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

इंदिरापुरम ग्रीनबेल्ट में खुलेआम शराबखोरी और अराजकता, पुलिस बनी मूकदर्शक
गाजियाबाद। इंदिरापुरम के शिप्रा रिवेरा के अपोजिट ग्रीन बेल्ट क्षेत्र में शाम 6 बजे के बाद एक बेहद गंभीर स्थिति उत्पन्न हो जाती है। यहां ग्रीनबेल्ट पार्क की ओर कई चिकन और मांस विक्रेताओं की अस्थायी दुकानें सज जाती हैं। समस्या सिर्फ इन दुकानों तक सीमित नहीं है, बल्कि इनके आसपास खड़े होकर शराब पीने वालों की भीड़ एक बड़ी चुनौती बन चुकी है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, शराब का सेवन करने वाले लोग अपनी गाड़ियां बीच सड़क पर खड़ी कर देते हैं और वहीं खुलेआम पीने लगते हैं। इससे न सिर्फ ट्रैफिक बाधित होता है, बल्कि महिलाओं और परिवारों को भी काफी असहज स्थिति का सामना करना पड़ता है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि शाम के समय इस मार्ग से गुजरना लोगों के लिए जोखिम भरा हो गया है।
चिंता की बात यह है कि इस स्थान से कुछ ही दूरी पर गुरुद्वारा और हनुमान मंदिर जैसे पवित्र धार्मिक स्थल भी स्थित हैं, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पूजा के लिए आते हैं। परंतु, शराब पीने वालों पर इन धार्मिक स्थलों की गरिमा का भी कोई असर नहीं दिखता।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस स्थिति की शिकायत पुलिस को दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। क्षेत्र में नियमित पुलिस गश्त की भी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे असामाजिक तत्वों को खुली छूट मिल गई है।स्थानीय समाजसेवियों और आरडब्ल्यूए ने प्रशासन से अपील की है कि इस क्षेत्र में अराजकता को रोका जाए, अस्थायी दुकानों की वैधता की जांच की जाए और शराब पीकर सार्वजनिक स्थल पर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
क्या प्रशासन जागेगा या स्थिति और बिगड़ेगी?
यह सवाल अब स्थानीय लोगों के मन में गूंजने लगा है। पुलिस और नगर निगम की निष्क्रियता ने पूरे क्षेत्र को असुरक्षित बना दिया है। यदि जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थान अवैध गतिविधियों का केंद्र बन सकता है।
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