सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधु संतों को आतंकी और कसाई बताया

सोनभद्र, 13 फरवरी (समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा, मैं पढ़ता और सुनता था

सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने साधु संतों को आतंकी और कसाई बताया

सोनभद्र, 13 फरवरी ( समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक बार फिर
विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा, मैं पढ़ता और सुनता था कि साधु कभी गुस्सा नहीं होते और

होते हैं तो श्राप देते हैं। लेकिन आजकल के बाबाओं और साधुओं को अपने जप-तप पर भरोसा नहीं
है, इसलिए अब वे आतंकवादी की भाषा बोल रहे हैं।


सोनभद्र पहुंचे स्वामी प्रसाद मौर्य ने बागेश्वर धाम को लेकर भी बयान दिया है। सपा नेता स्वामी
प्रसाद मौर्य ने कहा कि बागेश्वर बाबा अगर चमत्कारी बाबा हैं तो चीन को भस्म क्यों नहीं कर देते।


चीन हमेशा बॉर्डर पर आ कर धमकी देता रहता है। इसके साथ ही सपा नेता ने कहा कि आज कल
के बाबाओं को अपने जप और तप पर भरोसा नहीं है

वह सिर व जीभ काटने की बात करते हैं अब
बाबा नहीं आतंकवादी हो गए हैं।


रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव स्वामी प्रसाद
मौर्य के बोल एक बार फिर बिगड़े हैं।

अब स्वामी प्रसाद ने साधु-संतों को कसाई कह दिया है। मौर्य
के इस बयान का वीडियो सामने आया है।

वो मीडिया से बातचीत में साधु-संतों को आतंकवादी भी
बताते दिख रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य को वीडियो में कहते सुना जा सकता है कि सुना था कि पहले


साधु-संत नाराज नहीं होते थे। अगर नाराज होते थे, तो श्राप देते थे। वो आगे कहते हैं कि लगता है
अब साधु-संतों को अपने आराध्य और ताकत पर भरोसा नहीं है।


स्वामी प्रसाद मौर्य अपने बयान में आगे कहते हैं कि साधु-संत अब सिर काटने की बात कहने लगे
हैं। उन्होंने इसे आतंकवादियों से जोड़ा और फिर कहा कि साधु-संतों की ये भाषा कसाई की तरह है।


बता दें कि रामचरितमानस पर जब स्वामी प्रसाद मौर्य ने विवादित बयान दिया था, तो नाराजगी में
कुछ संतों ने उनके सिर पर इनाम घोषित कर दिया था।

इसी को आधार बनाकर स्वामी प्रसाद ने
संतों के बारे में पलटकर विवादित बयान देते हुए उनकी तुलना आतंकवादियों और कसाई से कर दी


है। मौर्य के ताजा बयान से विवाद और गहराने के आसार हैं।


केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य के पडरौना सीट छोड़कर
फाज़िलनगर से चुनाव लड़ने पर कहा, हर 5 साल बाद स्वामी प्रसाद मौर्य नया स्वामी चुनते


हैं...लेकिन अब वो अपनी सीट से चुनाव लड़ने को भी तैयार नहीं हैं। बकौल ठाकुर, पडरौना से भागने
की ज़रूरत क्यों पड़ी? आखिर उन्हें हार का डर था।


वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में रविवार को सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के काफिले को काले झंडे दिखाए


गए व उनकी गाड़ी पर काली स्याही फेंकी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, विरोध करने वाले स्थानीय
बीजेपी नेता व कार्यकर्ता थे। गौरतलब है

कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस को लेकर
विवादित टिप्पणी की थी जिसके बाद लगातार उनका विरोध हो रहा है।


सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को
पत्र भेजकर कहा है कि रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों के आपत्तिजनक अंशों को बदलें या


प्रतिबंधित करें। पत्र में मौर्य ने कई चौपाइयों का जिक्र भी किया है। बकौल मौर्य, रामचरितमानस में
100 से ज़्यादा बार दलितों व पिछड़ों का अपमान किया गया है।