बुलंदशहर के जिलापूर्ति अधिकारी समेत चार सस्पेंड

- *FCI गोदाम से सरकारी राशन की कालाबाजारी का मामला* - *जांच रिपोर्ट के बाद शासन ने की कार्रवाई*

बुलंदशहर के जिलापूर्ति अधिकारी समेत चार सस्पेंड

आज का मुद्दा बुलंदशहर
बुलंदशहर जिले में एक बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। यहां भारतीय खाद्य निगम (FCI) के गोदाम से सरकारी राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद शासन ने विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, पूर्ति निरीक्षक विवेक श्रीवास्तव और जिला खाद्य विपणन अधिकारी जिया अहमद करीम को निलंबित कर दिया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, जिलापूर्ति अधिकारी सुनील सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है।

राशन की कालाबाजारी पर कठोर कार्रवाई


खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू ने बताया कि गरीबों के हक के साथ खिलवाड़ करने वालों पर सरकार ने पूरी गंभीरता से कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब जिलाधिकारी को FCI के गोदाम से राशन की कालाबाजारी की शिकायत मिली। शिकायत मिलने के बाद अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई गई, जिसने मामले की गहन जांच की।


जांच में यह पाया गया कि सरकारी खाद्यान्न, जिसे गरीब


और जरूरतमंद परिवारों को वितरित किया जाना था,उसे खुले बाजार में ऊंची कीमतों पर बेचा जा रहा था। इस खेल में कई अधिकारी और ठेकेदार शामिल थे, जिन्होंने सरकार की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) को ध्वस्त करने की कोशिश की।


भ्रष्टाचार में कौन-कौन हुआ बेनकाब ?


जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सिंगल स्टेज डोर स्टेप डिलीवरी प्रणाली के तहत सरकारी राशन का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया जा रहा था। इसमें हैंडलिंग और परिवहन ठेकेदार रविन्द्र सिंह, विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार और अंकुर सिंह, लेबर मेट शिवकुमार उर्फ शिब्बु और अन्य कर्मचारी फंसे हैं।
सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) और आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955 की धारा 3/7 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। सरकार ने इन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी है। साथ ही, ठेकेदार रविन्द्र सिंह की फर्म को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।


निलंबन और जांच के आदेश


जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने कार्रवाई करते हुए विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, पूर्ति निरीक्षक विवेक श्रीवास्तव और जिला खाद्य विपणन अधिकारी जिया अहमद करीम को निलंबित कर दिया है। इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो चुकी है। इसके अलावा, जिलापूर्ति अधिकारी सुनील सिंह को भी निलंबित कर दिया गया है।


ऊपर से लेकर नीचे तक गिरी गाज


खाद्यान्न वितरण में लापरवाही और सरकारी रिकॉर्ड के रखरखाव में अनियमितताओं के आरोप में कई अन्य अधिकारी भी जांच के घेरे में आए हैं। इनमें डिपो प्रभारी शालिनी पचौरी, क्षेत्रीय विपणन अधिकारी इन्द्रपाल सिंह और विपणन निरीक्षक गौरव कुमार, विनोद कुमार, मुकेश कुमार और अन्य शामिल हैं। इन पर भी विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। डीएम चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया शासन स्तर से कार्रवाई हुई है।