मानसिक विकास के लिए मनोरंजन भी आवश्यक
स्याना नगरपालिका अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी शिक्षार्थियों का पारंगत होना उनके मानसिक विकास हेतु आवश्यक है
स्याना नगरपालिका अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल सिंह ने कहा कि शिक्षण संस्थाओं में शिक्षा के साथ-साथ अन्य विधाओं में भी शिक्षार्थियों का पारंगत होना उनके मानसिक विकास हेतु आवश्यक है। स्कूलों के वार्षिक उत्सव इसके लिए प्रमुख अवसर हैं।
स्याना के प्राथमिक विद्यालय में वार्षिक उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ नगरपालिका अध्यक्ष ऋषिपाल सिंह व खंड शिक्षा अधिकारी ब्रजमोहन सिंह ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित व पुष्प अर्पित कर किया। वार्षिक उत्सव में छात्र-छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम में विशेष उत्साह के साथ हिस्सा लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापिका जूली मलिक ने की। विभिन्न प्रतियोगिताओं में परीक्षाओं में अव्वल आने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप स्मृति चिन्ह देकर उनकी हौसला अफजाई की गई। नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी सेवाराम राजभर ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने से छात्र-छात्राओं के मस्तिष्क का विकास होता है। पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद व अन्य कार्यक्रम भी आवश्यक हैं। खण्ड शिक्षा अधिकारी ब्रजमोहन सिंह ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए छात्र-छात्राओं को परीक्षाओं में अव्वल रहने के लिए प्रेरित किया।
सरस्वती वंदना, देवी देवताओं के स्वरूपों में छात्र-छात्राओं को देख उपस्थितजन ने उनकी प्रतिभाओं की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता, नृत्य प्रतियोगिता में भाग लेकर छात्रों ने अतिथियों का मन जीत लिया। अरुण कुमार, राहुल कुमार, आस्था रस्तोगी, आंचल, मोनिका, शिल्पी सहित शिक्षार्थी का स्कूल स्टाफ मौजूद रहे।