बकाया भुगतान व बॉन्ड परिवर्तन की मांग को लेकर किसानों ने भरी हुंकार पाँचवे दिन भी धरना जारी

पिछले सत्र के बकाया व बॉड परिवर्तन की मांग को लेकर किसान अब भी परेशान है। 12 करोड़ रुपये बकाया भुगतान व बांड परिवर्तन की मांग को लेकर किसान पाँच दिन से जिला गंन्ना अधिकारी बुलंदशहर परिसर में धरना पर बैठे है।

बकाया भुगतान व बॉन्ड परिवर्तन की मांग को लेकर किसानों ने भरी हुंकार पाँचवे दिन भी धरना जारी

बकाया भुगतान व बॉन्ड परिवर्तन की मांग को लेकर किसानों ने भरी हुंकार पाँचवे दिन भी धरना जारी

आज का मुददा बुलंदशहर (त्रिलोक चन्द) 

पिछले सत्र के बकाया व बॉड परिवर्तन की मांग को लेकर किसान अब भी परेशान है। 12 करोड़ रुपये बकाया भुगतान व बांड परिवर्तन की मांग को लेकर किसान पाँच दिन से जिला गंन्ना अधिकारी बुलंदशहर परिसर में धरना पर बैठे है। लेकिन भीषण सर्दी मे धरना देने के बावजूद भी किसी अधिकारी ने उनकी समस्या का निस्तारण करना तो दूर मिलकर समस्या सुनने की भी जहमत नही उठाई। इसे लेकर किसानो मे अधिकारियो के विरूद्ध भारी रोष व्याप्त है।

भारतीय किसान यूनियन संपूर्ण भारत से के प्रदेशाध्यक्ष चैधरी पवन तेवतिया के नेतृत्व मे किसान जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय के बाहर धरना देकर पिछले पाँच दिन से गन्ना का बकाया भुगतान व बांड परिवर्तन की मांग कर रहे है। लेकिन भीषण सर्दी मे धरना देने के बावजूद भी किसी अधिकारी ने उनकी समस्या का निस्तारण करना तो दूर मिलकर समस्या सुनने की भी जहमत नही उठाई। इसे लेकर किसानो मे अधिकारियो के विरूद्ध भारी रोष व्याप्त है।

हालांकि भाकियू सम्पूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी पवन तेवतिया के नेतृत्व में पांचवें दिन शुक्रवार को जिला गन्ना अधिकारी कार्यालय पर तालाबंदी की घोषणा की गई थी। लेकिन तहसीलदार सदर मनोज रावत ने किसानों से वार्ता की और उनकी मांगों को जल्द से सरकार के सामने रखने समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।

जिस पर किसानों ने जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय पर तालाबंदी करने के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। लेकिन समस्याओं के समाधान न होने तक जिला गन्ना अधिकारी के कार्यालय परिसर में किसानों का धरना जारी रहेगा। भाकियू संपूर्ण भारत के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी पवन तेवतिया ने कहा कि अधिकारियो की हठधर्मिता के चलते गन्ना भुगतान न होने से किसानो के सामने आर्थिक गहरा रहा है।

मांग पूरी नहीं होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा। भुगतान न होने से आर्थिक समस्याए किसानो के सामने मुंह फाडे खडी है। भुगतान न होने से किसानो पर बिजली का बिल चढ रहा है और स्कूलो मे फीस जमा न होने से बच्चों को शिक्षित बनाकर देश के विकास मे भागेदारी बनाने का सपना भी धूमिल हो रहा है। स्कूल प्रबंधन बच्चो की फीस जमा करने के लिए किसानो पर दवाब बना रहा है। पवन तेवतिया ने बताया कि ब्रजनाथपुर मिल पिछले काफी समय से अपनी मनमानी पर उतारू है।

जबकि सरकार ने जल्द किसानो का भुगतान करने के निर्देश दिये हुए है। वर्तमान मे भी मिल पर किसानो का करीब 12 करोड़ों रुपये गन्ना भुगतान बकाया है।