भरपूर प्रसंशा के हकदार दरोगा जी और उनकी पत्नी
भरपूर प्रसंशा के हकदार दरोगा जी और उनकी पत्नी गत सप्ताह गाजियाबाद के डासना में एक नन्ही सी जान को कोई बेगैरत मां झाड़ियों के बीच फेंककर छोड़ कर चली गयी।
थाना वेव सिटी की चौकी "दूधिया पीपल" के प्रभारी पुष्पेंद्र चौधरी ने झाड़ियों मे पड़ी मिली बच्ची को दिया नया जीवन
थाना वेव सिटी की चौकी "दूधिया पीपल" के प्रभारी पुष्पेंद्र चौधरी को जब किसी बच्चे के झाडियों मे पड़े होने के बारे मे सूचना मिली तो तत्काल मौके पर पहुंचकर बच्ची को वहां से उठाया और घर ले आये । अब उन्होने उस नन्ही बच्ची को अपने परिवार का हिस्सा बना लिया।
चौकी प्रभारी और उनकी पत्नी की खुशी तस्वीर में साफ साफ दिखाई दे रही है। यही है कुदरत का करिश्मा जिस बच्ची का भविष्य कुछ समय पहले तक अंधकारमय था अथवा जीवन भी मुश्किल मे था वही बच्ची अब संसार की सारी खुशियां पाएगी और एक बेहतर जीवन को जिएगी।ऐसे इंसानियत के देवता "दरोगा दम्पत्ति" को कोटि कोटि साधुवादबेहद दुख की बात है कि कुछ लोग बेटियों को आज भी बोझ समझते है।
बड़े ही अभागे होते है वो मां बाप जो बच्चियों को अभिशाप समझते है जबकि बेटियां तो सौभाग्य से मिलती है