आए दिन डीटीसी बसों में लग रही है आग : बिधूड़ी
नई दिल्ली, 16 जून (। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने जहांगीरपुरी में डीटीसी एक और बस में आग लगने पर चिंता व्यक्त की है।
नई दिल्ली, 16 जून दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने जहांगीरपुरी में डीटीसी
एक और बस में आग लगने पर चिंता व्यक्त की है।
पिछले दो-तीन महीनों में ही दिल्ली में आठ बसें धू-धू कर
जल चुकी हैं। इसके बावजूद दिल्ली सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया।
बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल
सरकार दिल्ली की जनता के जीवन से खिलवाड़ करके ओवरएज बसें सड़कों पर चला रही है।
उन्होंने उपराज्यपाल
से अनुरोध किया है कि वह इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करें।
बिधूड़ी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने 2015 और फिर 2020 के विधानसभा चुनावों में दिल्ली में 11 हजार बसें
चलाने का वादा किया था लेकिन पिछले सात सालों में वह 100 बसों का भी इंतजाम नहीं कर सकी। दिल्ली
सरकार द्वारा बसों का इंतजाम न कर पाना उसके निकम्मेपन का नतीजा है लेकिन इसका खामियाजा जनता को
भुगतान पड़ रहा है
और आए दिन डीटीसी की बसें आग की भेंट चढ़ रही है। दिल्ली सरकार ओवरएज हो चुकी बसों
को सड़कों से इसलिए नहीं हटा रही कि बसें न होने से हाहाकार मच जाएगा
और केजरीवाल सरकार की विफलता
जनता के सामने आ जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब केजरीवाल सरकार सत्ता में आई थी तो डीटीसी के बेड़े में साढे 6 हजार बसें थीं। इन
दिनों 3760 बसें हैं लेकिन ये सारी बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं। दिल्ली सरकार ने विधानसभा में दिए गए
जवाब में खुद स्वीकार किया है कि डीटीसी की बसों की उम्र साढे 7 लाख किलोमीटर है और 3760 में से अधिकतर
बसें यह दूरी तय कर चुकी हैं। हैरानी की बात यह है कि इन ओवरएज बसों की मेंटेनेंस के लिए दिल्ली सरकार ने
प्रति बस 50 लाख रुपए का ठेका दिया है जबकि इतनी राशि में नई बस आ जाती है। बसों की मेंटेंनेंस कैसी हो
रही है
या मेंटेंनेंस के बाद भी उनमें कोई सुधार नहीं हो रहा क्योंकि आए दिन बसें जल रही हैं। गनीमत यह है कि
अब तक कोई बड़ा अग्निकांड नहीं हुआ लेकिन जितनी तेजी से ये घटनाएं हो रही हैं, उससे किसी बड़ी घटना की
आशंका से इनकार भी नहीं किया जा सकता।
बिधूड़ी ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है
कि इस मामले में हस्तक्षेप करके राजधानी में तुरंत ही पर्याप्त संख्या
में बसों लाने का इंतजाम कराएं।
ओवरएज हो चुकी बसों को सड़कों से हटाया जाए क्योंकि इनका चलना असुरक्षित
तो है ही, ये बसें बार-बार सड़कों पर खराब हो रही हैं
जिससे यातायात जाम लग जाता है। पर्याप्त संख्या में बसें न
होने के कारण पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भट्टा बैठ चुका है
जिससे लोगों को अपने वाहनों को सड़कों पर लाना पड़ रहा
है। इससे सड़कों पर वाहनों की भीड़ तो बढ़ती ही है,
प्रदूषण के कारण दिल्ली की हवा भी जहरीली हो रही है।
दुनिया भर के राजनयिक दिल्ली में रहते हैं।
जब दिल्ली मेंआए दिन बसों में आग लगती है या प्रदूषण फैलता है
या पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर पोल खुलती है तो दुनिया भर में राजधानी के साथ-साथ देश की भी बदनामी होती है।