ऑपरेशन पाताल के तहत अब लोनी बॉर्डर में पकड़ी तमंचा फैक्ट्री

गाजियाबाद, 27 मई (। मसूरी और मोदीनगर के बाद अब पुलिस ने लोनी बॉर्डर क्षेत्र में चल रही अवैध तमंचा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है।

ऑपरेशन पाताल के तहत अब लोनी बॉर्डर में पकड़ी तमंचा फैक्ट्री

गाजियाबाद, 27 मई )। मसूरी और मोदीनगर के बाद अब पुलिस ने लोनी बॉर्डर क्षेत्र में चल रही अवैध
तमंचा फैक्ट्री का पर्दाफाश किया है।

ऑपरेशन पाताल के तहत छापेमारी कर लोनी बॉर्डर पुलिस ने मौके से तीन
आरोपियों को गिरफ्तार कर 45 निर्मित व अद्र्धनिर्मित तमंचे बरामद किए हैं। साथ ही कारतूस और उपकरण भी

बरामद किए गए हैं। पुलिस का कहना है

कि आरोपी तमंचे बनाने के साथ साथ उनकी रिपेयरिंग का भी काम कर
रहे थे।


एसपी ग्रामीण डा. ईरज राजा ने बताया कि लोनी बॉर्डर थाने के एसएचओ सचिन कुमार को क्षेत्र में अवैध तमंचा
फैक्ट्री चलने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना पर एसएचओ सचिन कुमार के नेतृत्व में तीन थानों की पुलिस ने


ऑपरेशन पाताल के तहत खुशी वाटिका स्थित एक खंडहर मकान पर छापेमारी की। जहां से तीन आरोपियों को
गिरफ्तार कर पुलिस ने भारी मात्रा में निर्मित और अद्र्धनिर्मित तमंचे, कारतूस और उपकरण बरामद किए। पकड़े


गए आरोपियों में मोबीन निवासी गुलावठी बुलंदशहर और आगरा निवासी नीरज और विष्णु शामिल हैं।


एसपी ग्रामीण की मानें तो आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह ऐसे इलाकों में फैक्ट्री चलाते हैं जहां तमंचों की
खासी खपत होती है।

ऐसे इलाकों में सुनसान स्थान पर बने खंडहर मकानों में वह फैक्ट्री शुरू कर अपने धंधे को
अंजाम देते हैं।

एक तमंचे को वह 4 से 5 हजार रुपए में बेचते हैं। तमंचा बेचने के दौरान वह न तो खरीदारों से
उनका नाम-पता पूछते हैं और न ही उन्हें अपना सही नाम बताते हैं।

पुलिस का कहना है कि वीरवार को मसूरी
और मोदीनगर में भी दो अवैध तमंचा फैक्ट्रियों का पर्दाफाश किया गया था।

शासन के आदेश पर ऑपरेशन पाताल
अभी जारी है।