दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ‘आप’ से दिया इस्तीफा
आम आदमी पार्टी को रविवार को बड़ा झटका लगा। दिल्लीके परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ‘आप’ से दिया इस्तीफा
आम आदमी पार्टी को रविवार को बड़ा झटका लगा। दिल्लीके परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आप संयोजक अरविंदकेजरीवाल को इस आशय का एक पत्र लिखते हुए पार्टी व सरकार पर कई आरोप भी लगाए।कैलाश गहलोत ने पत्र में आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार और आम आदमी पार्टी अपना समयकेंद्र से विवाद करने में ही व्यतीत करती रहती है। यह हर समय केंद्र से आरोप-प्रत्यारोप मेंउलझी रहती है। इससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं। गहलोत ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टीकी रुचि जनता से किए वादों को पूरा करने में नहीं है।
पार्टी अपना समय केवल केंद्र सरकार सेवाद-विवाद करने में ही नष्ट करती रहती है। केंद्र सरकार से तालमेल न होने के कारण जनहितके कार्य नहीं हो पाते। जनता को जो सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए, वह उसे नहीं मिल पाती।गहलोत ने पत्र में यमुना सफाई का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि जनता से वादा करने केबावजूद दस साल में भी हमारी सरकार इस दिशा में कोई सार्थक कदम नहीं उठा सकी। दिल्ली मेंयमुना की हालत बद से बदतर ही होती गई। दस सालों में प्रदूषण कम होने की बजाय बढ़ता हीगया।
हम जनता से किए वादे को पूरा नहीं कर पाए। उन्होंने लिखा कि पिछले विधानसभाचुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री व आप संयोजक अरविंंद केजरीवाल ने जनता से वादा किया था किपांच साल में यमुना इतनी साफ हो जाएगी कि हम उसमें स्नान भी कर सकते हैं। लेकिन ऐसानहीं किया जा सका। हमारी सरकार ऐसा करने में असफल रही।कैलाश गहलोत ने केजरीवाल को लिखे पत्र में रिनोवेशन के नाम पर मुख्यमंत्री आवास को शीशमहल का रूप देने पर भी एतराज जताया। उन्होंने लिखा कि सरकार बनाते समय हमने जनता सेसादगी का वादा किया था।
लेकिन सरकार में आते ही पार्टी का चाल, चरित्र व चेहरा ही बदलगया। जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपये शीश महल पर खर्च कर दिए गए। जन धन का इसतरह दुरुपयोग उचित नहीं है। यह जनता के साथ मजाक है। इसी प्रकार गहलोत ने पत्र में कुछ
और मुद्दों को उठाते हुए भरे मन से पार्टी काे छोड़ने की बात कही।