Tag: वररुचि वापस घर लौटा पर रात भर उस सुंदरी के स्वप्नों में ही खोया रहा। अगले दिन वह पुनः उसी स्थान पर गया। वह लगभग रोज ही जाने लगा और चोरी-छिपे उस अप्सराओं से भी सुंदर युवती के दर्शन करने लगा। एक दिन उपकोषा की एक सखी उसके सामने आई और बताया कि उपकोषा भी उससे