पेट केयर उद्योग में बड़ी एफएमसीजी कंपनियां भी उतरने की तैयारी में

नई दिल्ली,। वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद लोगों में पालतु पशु रखने की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए नेस्ले इंडिया और इमामी जैसी दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली बड़ी कंपनियां भी इस क्षेत्र में कदम रख रही हैं।

पेट केयर उद्योग में बड़ी एफएमसीजी कंपनियां भी उतरने की तैयारी में

नई दिल्ली,   वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद लोगों में पालतु पशु रखने की बढ़ती प्रवृत्ति
को देखते हुए नेस्ले इंडिया और इमामी जैसी दैनिक उपयोग का सामान बनाने वाली बड़ी कंपनियां भी इस क्षेत्र में


कदम रख रही हैं। एक अनुमान के मुताबिक भारत में पशुओं की देखभाल (पेट केयर) का उद्योग वर्ष 2025 तक
10,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को छू लेगा।

पालतू पशुओं के भोजन का बाजार अभी करीब 4,000 करोड़ रुपये का है और अगले पांच वर्ष में इसमें उल्लेखनीय
वृद्धि का अनुमान है।

इस क्षेत्र में दो प्रमुख कंपनियां मार्स पेटकेयर और हिमालय वैलनेस कंपनी हैं। मार्स पेटकेयर
वैश्विक कंफेक्शनरी कंपनी मार्स इंक की इकाई है।


पिछले हफ्ते नेस्ले इंडिया ने प्यूरिना पेटकेयर इंडिया के पालतू पशुओं के खाद्य पदार्थ कारोबार का 123.5 करोड़
रुपये में अधिग्रहण किया था। वहीं, जुलाई की शुरुआत में इमामी ने भी पेट केयर से जुड़ी स्टार्टअप कंपनी कैनिस


ल्यूपस सर्विसेज इंडिया में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने की घोषणा की थी।


मार्स पेटकेयर इंडिया के प्रबंध निदेशक सलिल मूर्ति ने कहा कि भारत दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते पेट केयर
बाजारों में से एक है।

इस वृद्धि की वजह बढ़ती आय, एकल परिवार और पालतू पशुओं और उनके मालिकों के
प्रति बदलता दृष्टिकोण है।


उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर तैयार होने वाले पशुओं के भोजन का बाजार 2021 तक 4,000 करोड़ रुपये का था
और इसके अगले पांच वर्ष में उल्लेखनीय वृद्धि करने की उम्मीद है।


मूर्ति ने कहा, ‘‘भारत में पेट फूड बाजार 2021 में अनुमानित 43.4 करोड़ डॉलर का था और इसके 2025 तक
135.6 करोड़ डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।

बीते दशक में इस उद्योग ने सालाना आधार पर 15 फीसदी से
अधिक की वृद्धि दर्ज की है।’’