इंटरनेशनल मदर्स डे पर एण्डटीवी की कलाकारों ने सुपरमाॅम होने के अपने अनुभव बताये

वह कभी-कभी सेट पर आती है और मेरे कमरे में पढ़ाई करती है और मुझे इस बात की खुशी है कि वह एक मेहनती बच्ची है। सारी प्यारी और बेहतरीन माताओं को मेरी तरफ से हैप्पी मदर्स डे।’’

इंटरनेशनल मदर्स डे पर एण्डटीवी की कलाकारों ने सुपरमाॅम होने के अपने अनुभव बताये

ऐसा माना जाता है माताएं परवरिश करने में माहिर होती हैं और दुनिया पर उनका ही राज है, और यह सच भी है। माँ हमें प्रेरणा देती है, सही दिशा दिखाती है और नई ऊँचाइयों पर पहुँचने के लिये प्रोत्साहित करती है।

वह सबसे ऊपर होती है और हमेशा हमारा साथ देती है! इंटरनेशनल मदर्स डे पर एण्डटीवी की एक्टर्स और असल जिन्दगी की सुपरमाॅम्स हिमानी शिवपुरी (कटोरी अम्मा, ‘हप्पू की उपटन पलटन’), शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी, ‘भाबीजी घर पर हैं’) फरहाना फातेमा, यानि (शांति मिश्रा, ‘और भई क्या चल रहा है?’) और सपना सिकरवार ( बिमलेश ‘हप्पू की उपटन पलटन’),  ‘ ने अपने बच्चों के साथ अपने खास रिश्ते के बारे में बात की।


हिमानी शिवपुरी, यानि कटोरी अम्मा ने कहा, ‘‘अपने बच्चों और पेशे को एक साथ संभालना सबसे कठिन कामों में से एक है। कई लोगों को लगा था कि मेरे पति के निधन के बाद मुझे जो भावनात्मक क्षति हुई थी, वह मुझे बच्चों को संभालने और अपना पेशा जारी रखने के दो काम एक साथ नहीं करने देगी।

दूसरी ओर, मेरे बेटे ने मुझे ऐसा अनुभव कराया कि मैं दुनिया में सबसे भाग्यशाली हूँ। एक माँ होने का मेरा पूरा अनुभव बेहतरीन रहा है। मेरे बेटे ने जिन्दगी के हर उतार-चढ़ाव में मेरा साथ दिया है। उसके साथ मेरा हर दिन खास होता है और उसने मुझे बहुत खुशी दी है।

अकेली कामकाजी माँ होना कठिन है, लेकिन मेरा बेटा मेरे साथ था और इसलिये मैं यह कर सकी। वह मेरी जानकारी में सबसे संवेदनशील और सहयोगी लोगों में से एक है और मैं अपना सौभाग्य मानती हूँ कि मुझे ऐसा बेटा मिला! मैं मदर्स डे पर सारी सिंगल मदर्स के लिये मजबूती और हिम्मत की कामना करती हूँ।’’ 


‘भाबीजी घर पर हैं‘ की शुभांगी अत्रे (अंगूरी भाबी) ने कहा, ‘‘हाँ, मैं एक फुल-टाइम माँ और पार्ट-टाइम एक्टर हूँ। मुझे हमेशा से एक बेटी की चाहत थी और अब मेरे पास एक प्यारी-सी बेटी है। मेरी बेटी आशी ही मेरी पूरी दुनिया है, मेरी सबसे बड़ी पूंजी और मुझे मिला सबसे कीमती तोहफा। वह स्नेही, प्यारी और समानुभूति रखने वाली है।

कभी-कभी वह मेरी बेटी के बजाए माँ की तरह व्यवहार करती है। वह मेरी जिन्दगी को खुशियों और आनंद से भरती है, जब मैं उदास होती हूँ, तब मेरा उत्साह बढ़ाती है, बीमार होती हूँ, तब मेरी देखभाल करती है और मुझसे काफी मिलती-जुलती शख्सियत वाली है।

अब हम दोस्त की तरह हो गये हैं और हर चीज के बारे में बात करते हैं। मेरी माँ ने मुझे प्यार, मजबूती, सहनशीलता, स्वीकार्यता, बहादुरी और समानुभूति जैसे गुण दिये हैं, जो मैं अपनी बेटी को देना चाहती हूँ। मैं सारी सुपरमाॅम्स को मदर्स डे की ढेरों शुभकामनाएं देती हूँ।’’


फरहाना फातेमा, यानि (शांति मिश्रा, ‘और भई क्या चल रहा है?’) ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ माँ के लिये कोई खिताब नहीं है। हर माँ दुनिया की सबसे अच्छी माँ है।

क्योंकि उसने एक दूसरे मनुष्य को जन्म दिया है। एक माँ के तौर पर मुझे लगता था कि मेरे पास वह खास पल नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे मुझे मातृत्व का आनंद आने लगा। मेरी बेटी मैसारा के साथ मेरा हर दिन खास होता है और वह मेरी जिन्दगी में बहुत खुशी लेकर आई है।

कामकाजी माँ होने में चुनौती है, लेकिन चूंकि हर कदम पर मेरी बेटी ने लगातार मेरा साथ दिया, इसलिये यह सफर संभव हो सका। अपनी शूटिंग के बाद मैं हमेशा गेमिंग को लेकर मैसारा के जुनून, उसके स्कूलवर्क और असाइनमेंट्स पर ध्यान देती हूँ।

वह कभी-कभी सेट पर आती है और मेरे कमरे में पढ़ाई करती है और मुझे इस बात की खुशी है कि वह एक मेहनती बच्ची है। सारी प्यारी और बेहतरीन माताओं को मेरी तरफ से हैप्पी मदर्स डे।’’

एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन’ की बिमलेश, यानि सपना सिकरवार ने कहा, ‘‘मेरी सबसे पसंदीदा साथी और मेरी ताकत का सबसे बड़ा स्रोत मेरी बेटी मान्या है। मेरा मानना है कि उसकी मौजूदगी से मेरी जिन्दगी और ज्यादा प्यारी और सार्थक हो गई है।

यह आम धारणा है कि महिलाएं, खासकर गर्भवती महिलाएं अपनी पेशेवर और निजी जिन्दगी के बीच संतुलन बिठाने में कठिनाई का सामना करती हैं, लेकिन मैं इस धारणा को पूरी तरह से नकारती हूँ। मदर्स डे पर सभी मांओं के सम्मान में एक निजी अनुभव बताना चाहूंगी।

मैंने एक लोकप्रिय जीईसी शो के लिये तब शूटिंग शुरू की थी जब मैं एक माह की गर्भवती थी और फिर सात महीने तक उसे जारी रखा। मुझे काम करते रहने के लिये जो ऊर्जा और प्रोत्साहन चाहिये था, वह मुझे मेरे गर्भस्थ शिशु से मिला और वह शो चार साल तक चला, जैसे सब-कुछ भगवान ने तय कर रखा था। मान्या भी सेट पर मेरा साथ देने आ जाती थी।

वह हमेशा खुश रहने वाली बेटी है और खुशियों का पिटारा है। अभी वह नौ साल की है और मेरे सबसे करीबी दोस्तों में से एक बन चुकी है। हम शाॅपिंग और लाॅन्ग ड्राइव पर जाते हैं, साथ में खाते हैं और भी बहुत कुछ करते हैं। मेरी ओर से सभी मांओं को मदर्स डे की ढेर सारी शुभकामनाएं।’’

देखिये, ‘और भई क्या चल रहा है?’ रात 9ः30 बजे, ‘हप्पू की उलटन पलटन’ रात 10ः00 बजे और ‘भाबीजी घर पर हैं’ रात 10ः30 बजे, हर सोमवार से शु क्रवार सिर्फ एण्डटीवी पर!