विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 के दौरान जेंडर रेशियो को सुधारने के लिए महिला मतदाताओं की संख्या को भी बढ़ाया

नए दिशा निर्देशों यथा प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी के प्रचार प्रसार निगरानी संबंधी व्यवस्था तथा बुजुर्ग मतदाताओं (80 वर्ष से अधिक आयु) तथा दिव्यांग मतदाताओं हेतु डाक मतपत्र की वैकल्पिक व्यवस्था के प्रचार प्रसार के लिए प्रभावी अनुश्रवण पर बल दिया

भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त डा0 चन्द्र भूषण कुमार ने प्रदेश के आगामी विधान सभा निर्वाचन सम्बंधी कार्यों की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव को निष्पक्ष, स्वतंत्र, पारदर्शी एवं समावेशी ढंग से कराने के लिए अभी से पूर्ण तैयारी करने के निर्देश दिये

विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 के दौरान जेंडर रेशियो को सुधारने के लिए महिला मतदाताओं की संख्या को भी बढ़ाया जाय तथा जेंडर गैप का जिलेवार एवं बूथवार विश्लेषण करके इसको सुधारने पर प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य किया जाय

नए दिशा निर्देशों यथा प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी के प्रचार प्रसार निगरानी संबंधी व्यवस्था तथा बुजुर्ग मतदाताओं (80 वर्ष से अधिक आयु) तथा दिव्यांग मतदाताओं हेतु डाक मतपत्र की वैकल्पिक व्यवस्था के प्रचार प्रसार के लिए प्रभावी अनुश्रवण पर बल दिया

 लखनऊः दिनांक: 16 नवम्बर, 2021
भारत निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त डॉ0 चन्द्र भूषण कुमार ने आज जनपथ स्थित प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में प्रदेश में निर्वाचन सम्बंधी कार्यों के प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश के आगामी विधान सभा निर्वाचन-2022 के दृष्टिगत चुनाव सम्बंधी तैयारियों को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अजय कुमार शुक्ला को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव को निष्पक्ष, स्वतंत्र एवं पारदर्शी ढंग से कराने के लिए अभी से पूर्ण तैयारी कर ली जाय। उन्होंने प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 की प्रगति की समीक्षा करते हुए इसकी प्रभावी मॉनीटरिंग करने को कहा। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रदेश के 18-19 आयुवर्ग के युवा मतदाताओं की संख्या को बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान दिया जाय। साथ ही प्रदेश के जेंडर रेशियो को सुधारने के लिए महिला मतदाताओं को जागरूक कर इनकी भागीदारी बढ़ायी जाय। उन्होंने जेंडर गैप का जिलेवार एवं बूथवार विश्लेषण करके प्रभावी रणनीति बनाकर कार्य करने पर बल दिया तथा इसके लिए घर-घर जाकर प्रभावी कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अधिक से अधिक कैम्पस एम्बेसडर तथा सोशल एक्टिविटी को बढ़ाने पर जोर दिया। दिव्यांग मतदाताओं एवं 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सुगम्य निर्वाचन की आयोग द्वारा सुनिश्चित की गयी व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू कराने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की जायें। उन्होंने मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था को 50 प्रतिशत से भी अधिक करने के लिए तैयारियों के लिए जरूरी व्यवस्था करने को कहा। इसके लिए बी0एल0ओं0 के द्वारा गरूड़ ऐप के माध्यम से समयबद्ध ढंग से जरूरी डाटा संकलित करने पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्र चुनाव के लिए सभी जरूरी डाटाबेस शीघ्र तैयार कर लिया जाय। उन्होंने बताया कि अब मतदाता पहचान पत्र स्पीड पोस्ट के माध्यम से ही भेजे जा रहे हैं।
उन्होंने चुनाव में धन बल के प्रयोग को नियंत्रित करने के लिए व्यय निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सभी नोडल विभागों को जरूरी एक्सपेन्डीचर मॉनीटरिंग प्लान पर कार्य करने के निर्देश दिये। इसके लिए उप निर्वाचन आयुक्त ने निर्वाचन सम्बंधी नोडल विभाग पुलिस, इनकम टैक्स, एक्साइज, वाणिज्य कर, पोस्ट ऑफिस, एनसीबी, डीआरआई तथा बैंकिंग आदि के साथ चर्चा की। पुलिस नोडल अधिकारी तथा अन्य विभागों के अधिकारियों ने उन्हें विभिन्न बिन्दुओं पर स्थिति से अवगत कराया। नए दिशा निर्देशों यथा प्रत्याशियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जानकारी के प्रचार प्रसार निगरानी संबंधी व्यवस्था के अनुश्रवण पर बल दिया। उन्होंने ब्.टपहपस ।चच को जनता के मध्य व्यापक प्रचार-प्रसार पर भी बल दिया।

बैठक में निदेशक निर्वाचन व्यय श्री पंकज श्रीवास्तव, अवर सचिव निर्वाचन आयोग श्री प्रफुल्ल अवस्थी, अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी, डॉ0 ब्रह्मदेव राम तिवारी, श्री प्रमोद कुमार उपाध्याय, श्री चन्द्रशेखर, विशेष कार्याधिकारी श्री रमेश चन्द्र राय, संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अवनीश सक्सेना, श्री अमरीश कुमार श्रीवास्तव, श्री मनीष शुक्ला तथा वित्त नियंत्रक श्री राजेश सिंह के साथ नोडल विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।