सोमवती अमावस्या पर चित्रकूट में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

उत्तर प्रदेश के पौराणिक तीर्थ स्थल चित्रकूट में सोमवार को सोमवती अमावस्या के पावन पर्व में दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी

सोमवती अमावस्या पर चित्रकूट में उमड़ा आस्था का जनसैलाब

उत्तर प्रदेश के पौराणिक तीर्थ स्थल चित्रकूट में सोमवार को सोमवती
अमावस्या के पावन पर्व में दस लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में आस्था की डुबकी
लगायी और कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा कर मनोवांछित फल की कामना की।


कामदगिरि के परिक्रमा स्थल पर चारों तरफ श्रद्धालुओं की अपार भीड़ दिखाई पड़ रही थी। रामघाट,
कामदगिरि मुखारविंद, अनुसूइया आश्रम, गुप्त गोदावरी जानकी कुंड जैसे तमाम सारे स्थान में श्रद्धालुओं
का जमावड़ा लगा हुआ है और तिल रखने की जगह नहीं बची है। जिला प्रशासन ने इस अवसर पर
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये हैं।


जिलाधिकारी अभिषेक आनंद अपनी पूरी टीम के साथ मेला स्थल पर लगातार अपनी नजर बनाए हुए हैं।
सभी संबंधित अधिकारी एवं सभी विभाग श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया कराने में लगातार तत्पर हैं। कुछ
समाजसेवी संस्थाएं भी श्रद्धालुओं को भंडारा प्रसाद पानी शरबत आदि पिलाने की व्यवस्था संभाले हुए
हैं।


कामदगिरि मुख्य द्वार के महंत श्री रामस्वरूप आचार्य ने बताया कि सोमवती अमावस्या के दिन
मंदाकिनी नदी में स्नान कर कामदगिरि की परिक्रमा लगाने एवं दान करने से मनवांछित फल की प्राप्ति
होती है। बुरे ग्रहों का समन होता है एवं भगवत कृपा प्राप्त होती है।


उन्होंने बताया कि आज के दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है जब लोग एक दूसरे के प्रति सद्भावना
रखते हुए जरूरतमंदों की मदद करते हैं।


पुलिस एवं प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमराें की जद में रखा है। इसके अलावा भारी मात्रा में
पुलिस बल एवं बगैर वर्दी के महिलाएं एवं पुरुष कांस्टेबल अवांछनीय तत्वों पर पैनी नजर रखे हैं।
उधर रेल प्रशासन ने तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए कई मेला स्पेशल ट्रेन भी चलाई गई है जो झांसी
कानपुर और प्रयागराज से लगातार चल रही है जबकि राज्य परिवहन निगम ने अतिरिक्त बसों का
इंतजाम किया है।


पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने अपनी पूरी टीम के साथ रेलवे स्टेशन से लेकर रोडवेज बस स्टैंड
रामघाट कामगिरी परिक्रमा मार्ग पर डॉग स्क्वाड तारक एवं बम निरोधक दल की व्यवस्था की है।