अपना घर आश्रम के वार्षिकोत्सव में डॉ. गोपाल चतुर्वेदी का हुआ सम्मान

वृन्दावन।चैतन्य विहार, फेस -2, पार्वती सेवा सदन भवन स्थित अपना घर आश्रम में आश्रम का वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के स्वामी ओजोमायानन्द महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ

अपना घर आश्रम के वार्षिकोत्सव में डॉ. गोपाल चतुर्वेदी का हुआ सम्मान

अपना घर आश्रम के वार्षिकोत्सव में डॉ. गोपाल चतुर्वेदी का हुआ सम्मान

वृन्दावन।चैतन्य विहार, फेस -2, पार्वती सेवा सदन भवन स्थित अपना घर आश्रम में आश्रम का वार्षिकोत्सव अत्यंत हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के स्वामी ओजोमायानन्द महाराज की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।जिसमें नगर के प्रमुख समाजसेवी, अध्यात्मविद व वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, एडवोकेट का सम्मान भी किया गया। आश्रम के संस्थापक डॉ. बी.एम. भारद्वाज ने डॉ. गोपाल चतुर्वेदी को ठाकुरजी का पटुका-प्रसादी-माला, स्मृति चिन्ह व अपना घर- सेवा पथ बुलेटिन आदि भेंट करके सम्मानित किया।साथ ही ठाकुरजी से उनके स्वस्थ्य, सुखद व समृद्ध जीवन की मंगल कामना की।


वार्षिकोत्सव की अध्यक्षता करते हुए रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के स्वामी ओजोमायानन्द महाराज ने कहा कि वृंदावन का अपना घर आश्रम पीड़ित मानव सेवा का पावन तीर्थ है।यदि कही कोई प्रभु स्वरूप असहाय, लावारिस, बीमार स्थिति में तड़प रहे हैं,तो उनकी हर संभव सेवा अपना घर आश्रम में भली भांति की जाती है।जिसके लिए इसके संस्थापक डॉ. बी.एम. भारद्वाज (भरतपुर) बधाई के पात्र हैं।


अपना घर आश्रम के संस्थापक डॉ. बी.एम. भारद्वाज ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन में अपना घर आश्रम की स्थापना आश्रयहीन, असहाय एवं बीमारजनों की सेवार्थ की गई है।यह हमारी संस्था का 46वां आश्रम है।जिसकी आवासीय क्षमता लगभग 100 से भी अधिक है।जिन व्यक्तियों के रहने व जीवन-यापन का कहीं कोई ठिकाना नहीं है एवं जो अत्यंत मंदबुद्धि के हैं, हम उनकी सेवा अपने परिवारीजन के रूप में भली-भांति करते हैं।हमारे सर्वप्रथम आश्रम की स्थापना 29 जून सन् 2000 को भरतपुर (राजस्थान) में की गई थी।हमारा एक आश्रम काठमांडू (नेपाल) में भी संचालित है।वर्तमान में हमारी संस्था के कुल 59 आश्रम संचालित हैं।जिनमें हम 13000 से भी अधिक प्रभु जनों की समुचित सेवा कर रहे हैं।इसके अलावा हमारे भरतपुर आश्रम में दुर्घटनाग्रस्त, घायल व बीमार गौमाता, श्वान, बिल्ली, मोर, कबूतर एवं अन्य वन्य जीवों व पक्षियों के आवास, भोजन, सेवा और उपचार आदि की भी व्यवस्था है।हमारे सभी आश्रमों का प्रतिदिन का औसत व्यय लगभग 25 लाख रुपए प्रतिदिन है।


अपना घर आश्रम (वृन्दावन) के अध्यक्ष चौधरी धन्नाराम ने कहा कि बेसहारा, बीमार, असहाय प्रभुजनों की सेवा ही हमारी पूजा एवं आराधना है।हमारे वृन्दावन आश्रम की स्थापना 18 अगस्त सन् 2021 को हुई थी। हम अपने आश्रम में भर्ती प्रभु जनों को निःशुल्क भोजन, चिकित्सा, वस्त्र, आवास एवं अन्य आवश्यक्ताओं की पूर्ति जन सहयोग के आधार पर उपलब्ध कराते हैं।स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करने वाले प्रभु जनों को उनके परिवारों में पुनर्वासित करने का भी पूर्ण प्रयास करते हैं।


वार्षिकोत्सव में आश्रम में रह रहे कई प्रभु जनों ने भी अपने  अनुभव सभी से साझा किए।साथ ही कई अत्यंत मनोहारी व चित्ताकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी।


इस अवसर पर श्रीराम सेवा आश्रम के संत नवलराम महाराज, बसेरा ग्रुप के चेयरमैन रामकिशन अग्रवाल, प्रमुख भाजपा नेता सुनील चतुर्वेदी एडवोकेट, पूर्व प्राचार्य के.एम. अग्रवाल, प्रतिभा शर्मा, पार्षद वैभव अग्रवाल, डॉ. राधाकांत शर्मा, रामबाबू शर्मा, पंडित सुधीर शुक्ला, गौरक्षक भरत गौतम आदि की उपस्थिति विशेष रही।

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