झंडेवाला देवी मंदिर में मां दुर्गा के दर्शन के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना होगा
नई दिल्ली, 30 मार्च । राजधानी के मंदिरों में दो अप्रैल से चैत्र नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। कहीं मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना होगा तो किसी मंदिर में नारियल और प्रसाद चढ़ाने पर रोक रहेगी।
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नई दिल्ली, 30 मार्च । राजधानी के मंदिरों में दो अप्रैल से चैत्र नवरात्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई
हैं।
कहीं मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना होगा तो किसी मंदिर में नारियल और
प्रसाद चढ़ाने पर रोक रहेगी। मंदिरों में भजन-कीर्तन से लेकर भंडारे का आयोजन होगा। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं
को कोविड नियमों को पालन करना होगा।
झंडेवाला देवी मंदिर के प्रचार प्रसार विभाग के प्रमुख नंद किशोर सेठी ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश
देने के लिए गणेश, सेवादार और गरुड़ सहित एक सामान्य द्वार तैयार किया जा रहा है।
जिसमें सामान्य द्वार को
छोड़कर श्रद्धालुओं को क्यूआर कोड से प्रवेश मिलेगा। जिसके लिए उन्हें पहले मंदिर की वेबसाइट पर जाकर
पंजीकरण करना होगा। एक अप्रैल से वेबसाइट पर यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि चैत्र नवरात्र पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे। पिछले दो वर्षों से चैत्र नवरात्र में श्रद्धालुओं के लिए
मंदिर के कपाट बंद रहे थे। कोविड नियमों के तहत दर्शन की व्यवस्था की गई है। दर्शन के लिए मास्क जरूरी है।
प्रवेश द्वार पर थर्मल स्क्रीनिंग और सैनेटाइज किया जाएगा। मंदिर में किसी भी रूप में प्रसाद व अन्य वस्तु ले
जाने पर रोक रहेगी। श्रद्धालु मंदिर प्रांगण में नहीं बैठ सकेंगे। निकासी द्वारा पैकेट में प्रसाद वितरित करेंगे।
सोशल मीडिया और मंदिर की ऐप के माध्यम से भी दर्शन कर सकेंगे। मंदिर परिसर के अंदर और बाहर 160
सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं।
एक लाख श्रद्धालु आने की उम्मीद : छतरपुर मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकार डॉ. किशोर चावला ने बताया
कि 50 हजार से लेकर एक लाख श्रद्धालु आने की उम्मीद को लेकर मंदिर प्रशासन तैयारियां कर रहा है।
नारियल
और प्रसाद चढ़ाने पर रोक है। चुनरी और फूल चढ़ा सकेंगे। सैनेटाइजर टनल से श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश
मिलेगा। देसी-विदेशी फूलों से मंदिर परिसर को सजाया जा रहा है।
भजन-कीर्तन और भंडारे का आयोजन होगा।
गुफा से होकर कर सकेंगे दर्शन : प्रीत विहार स्थित गुफा वाला मंदिर के प्रधान सुरेंद्र दीवान ने बताया कि गुफा से
होकर मां दुर्गा के स्वरूप के दर्शन के लिए श्रद्धालु जा सकेंगे।
श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी होगा।
कालकाजी में तीन रास्तों से मिलेगा प्रवेश : कालकाजी मंदिर के महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया कि महंत परिसर
में यज्ञ और भंडारा होगा।
मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं को मोदी मिल, लोटस टेंपल और राम प्याऊ की तरफ से
प्रवेश मिलेगा। 55 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। व्यवस्था संभालने के लिए वालंटियर्स तैनात होंगे। स्थानीय
एजेंसी की भी मदद ली जाएगी।