अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध हुआ। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है।

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में कलेक्ट्रेट पर हल्ला बोल

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध हुआ। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है।

इसके विरोध में शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने गाजियाबाद कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने इसे केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर की गई साजिश बताया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक केजरीवाल को ससम्मान नहीं छोड़ा जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

प्रदर्शन में इंडिया गठबंधन से कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत कई नेता कार्यकर्ता भी शामिल हुए। आप की उत्तर प्रदेश प्रवक्ता तरुणिमा श्रीवास्तव ने कहा कि केजरीवाल की गिरफ्तारी लोकतंत्र के लिए काला दिवस है। बेशक केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन उनकी विचारधारा को कोई भी कैद नहीं कर सकता। पार्टी के जिला महासचिव मोहित चौधरी सदरपुर ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी का पुरजोर तरीके से विरोध जारी रहेगा।

प्रांतीय उपाध्यक्ष चेतन त्यागी में कहा कि भारतीय जनता पार्टी केंद्रीय जांच एजेंसियों का अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल कर रही है जो कि स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इस मौके पर प्रदर्शन में शामिल हुए इंडिया गठबंधन के घटक दल से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष बिजेंद्र यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इलेक्टोरल बॉन्ड वाले मुद्दे को दबाना चाहती है, इसलिए

आम आदमी पार्टी के संयोजक दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की गई है। ईडी की ओर से गिरफ्तार किए गए दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने गिरफ्तारी होने के बावजूद अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है

कि केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे। हालांकि अब तक ऐसे मामलों में गिरफ्तारी से पहले संबंधित मुख्यमंत्री या अन्य मंत्री अपने पद से इस्तीफा देते रहे थे। हाल ही में झारखंड मुक्ति मोर्चा के हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

उन्होंने गिरफ्तारी से पहले अपने पद इस्तीफा दे दिया था। केजरीवाल के ऐसा न करने के मामले में राजनीति के जानकार जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राजनीतिक सलाहकार केसी त्यागी और सांसद एवं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह से बात की गई।

जेडीयू नेता केसी त्यागी का कहना है कि केजरीवाल राजनीतिक परिवेश से नहीं आते हैं। यही कारण है कि पूर्व में राजनीतिज्ञों ने जिन परंपराओं का पालन किया उसे उन्होंने नहीं किया। वह भ्रष्टाचार के विरोध में सड़क पर आंदोलन करते हुए कुछ ही समय में मुख्यमंत्री बन गए। पूर्व में मुख्यमंत्री हो या कोई अन्य मंत्री जो भी इस्तीफा देते रहे, वह राजनीतिक माहौल में लंबे संघर्ष के बाद बड़े पदों पर पहुंचे थे। जबकि केजरीवाल उनसे अलग हटके हैं।

स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री रिटायर्ड जनरल वीके सिंह का कहना है कि केजरीवाल ने गिरफ्तारी के बाद भी पद से इस्तीफा नहीं दिया है, उनसे इसी की उम्मीद भी थी। पूर्व में महत्वपूर्ण पदों पर रहने वाले नेता ऐसी स्थिति आने पर नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देते थे, इस सवाल के जवाब में वीके सिंह का कहना था कि जो व्यक्ति लगातार सरकारी जांच एजेंसी ईडी की ओर से भेजे गए समन के बावजूद उसे गंभीरता से नहीं ले रहा हो ऐसे व्यक्ति से नैतिकता की उम्मीद भी नहीं की जा सकती है।