उज्जैन में दलित समुदाय की लड़की से निर्भया कांड से भी ज्यादा दरिंदगी

उज्जैन में 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार की जघन्य घटना को लेकर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला जारी रखते हुए

उज्जैन में दलित समुदाय की लड़की से निर्भया कांड से भी ज्यादा दरिंदगी

उज्जैन में 12 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार की जघन्य
घटना को लेकर मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला जारी रखते हुए कांग्रेस महासचिव और
मध्यप्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को दावा किया कि दुष्कर्म के दौरान दलित समुदाय की इस किशोरी से दिल्ली के निर्भया कांड से भी ज्यादा दरिंदगी की गई।


सुरजेवाला, इंदौर के शासकीय महाराजा तुकोजीराव होलकर महिला चिकित्सालय पहुंचे जहां बलात्कार पीड़ित लड़की पिछले तीन दिन से भर्ती है और उसकी जटिल सर्जरी की गई है।कांग्रेस महासचिव ने संवाददाताओं को बताया कि प्रदेश सरकार के फैसले के तहत उन्हें अस्पताल में
लड़की से मुलाकात की इजाजत नहीं दी गई और उन्होंने उसका इलाज कर रहे चिकित्सकों से उसकी
खैरियत पूछी।


सुरजेवाला ने कहा कि चिकित्सकों ने लड़की की सर्जरी की है, लेकिन उसके टांके खुलने में संभवत: एक
महीना लगेगा। उन्होंने कहा,;इससे आप समझ सकते हैं कि सतना के एक दलित परिवार की इस लड़की

से दिल्ली के निर्भया कांड से भी ज्यादा दरिंदगी की गई है और दुष्कर्म से उसके गुप्तांगों को बुरी तरह
नुकसान पहुंचा है।


सुरजेवाला ने कहा कि मामले को रफा-दफा करने की कथित साजिश के तहत प्रदेश सरकार कहती रही
कि बलात्कार पीड़ित लड़की उत्तर प्रदेश की रहने वाली एक भिखारी है, पर अब यह बात सामने आ चुकी
है कि वह विद्यालय की छात्रा है और सतना में रहने वाले एक दलित परिवार से ताल्लुक रखती है।
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘मुझे चिकित्सकों ने बताया है कि लड़की को जब भी होश आता है, तो वह
अपने विद्यालय की यूनिफॉर्म मांगती है।’


उन्होंने दावा किया कि इस लड़की को सतना से उज्जैन लाकर उसके साथ बलात्कार किया गया।
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले में ‘रहस्यमयी और
षड़यंत्रकारी’ चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने कहा, ;बलात्कार पीड़ित लड़की का कुशलक्षेम जानने के लिए
चौहान एक बार भी अस्पताल नहीं आए। मुख्यमंत्री इस मामले में लापता और खामोश क्यों हैं?’


कांग्रेस महासचिव ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘सचाई यह है कि राज्य में दलितों और आदिवासियों की संज्ञा अब इंसान के बराबर नहीं रही। इन वर्गों के लोगों पर सबसे ज्यादा अत्याचार भाजपा शासन में हो रहे हैं।’


उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पीड़ित लड़की के परिवार को पांच लाख रुपये की
आर्थिक मदद देने का निर्णय किया है और पार्टी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के किसी बड़े
अस्पताल में पीड़ित के नि:शुल्क इलाज के लिए भी तैयार है।