पितृ पक्ष के चलते बाजार में रौनक हुई कम

श्राद्ध पक्ष के चलने बाजार में रौनक कुछ कम हो गई है। ऐसे में शहर के व्यापारियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए गहनों की खरीदारी के साथ-साथ कपड़ों और अन्य

पितृ पक्ष के चलते बाजार में रौनक हुई कम

श्राद्ध पक्ष के चलने बाजार में रौनक कुछ कम हो गई है। ऐसे में शहर
के व्यापारियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए गहनों की खरीदारी के साथ-साथ कपड़ों और अन्य उत्पाद
पर बंपर छूट दी जा रही है। दरअसल हिंदु धर्म में पितेृश्वरों को श्राद्ध तर्पण मुक्ति के लिए विशेष क्रिया
कर अर्घ्य समर्पित करते हैं। ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के समय में कोई नई शुरुआत या फिर किसी
नई वस्तु को नहीं खरीदते। यही कारण है कि श्राद्ध के समय बाजारों की रौनक गायब हो जाती है। इस
बार 29 सितंबर से 14 अक्तूबर तक श्राद्ध का समय है।

युवा व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष विकाश
जैन का कहना है कि श्राद्ध के चलने व्यापार कुछ कम चल रहा है। बाजार में ग्राहकों की सख्यां काफी कम है। इसके लिए व्यापारियों द्वारा ग्राहकों को लुभाने के लिए तरह-तरह के ऑफर दिए जा रहे हैं।


बुकिंग पर उसी मूल्य में मिलेंगे गहने
पितृ पक्ष में सोने के दाम में काफी गिरावट आई है। इसके चलते व्यापारी भी ग्रहकों को ऑफर दे रहे हैं।
सेक्टर-18 में व्यापारी एसके जैन ने बताया कि पितृ पक्ष में गहनों की बुकिंग कराते हैं और नवरात्र में
उनकी डिलीवरी लेते हैं तो सोने का भाव तेज होने पर भी उसी मूल्य में मिलेंगे, जिस दिन बुकिंग कराई
थी। नवरात्र शुरू होते ही सोने के भाव बढ़ जाएंगे। इससे गहनों की खरीदारी करने का अनुकूल माहौल
पितृ पक्ष में है।


टल जाते हैं शुभ कार्य

सनातन धर्म मंदिर के हरेंद्र नाथ दुबे ने बताया कि इस साल श्राद्ध पक्ष 15 दिन की बजाए 16 दिन के
रहने वाले हैं। 14 अक्तूबर को श्राद्ध एवं तर्पण अंतिम होगा। शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्तूबर
से होगी। इसके बाद सभी शुभ कार्य शुरू होंगे। पितृ पक्ष के दौरान कुछ समय के लिए शुभ कार्यों को
टाला जाता है।