बच्चों की रचनात्मक क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से मंडल स्तरीय दो दिवसीय ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला
बच्चों की रचनात्मक क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से मंडल स्तरीय दो दिवसीय ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला विगत दिवस मेरठ मंडल में सपन्न हुयी के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, विज्ञान क्लब के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के द्वारा ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला में किया गया प्रतिभाग।*

*डीएम वाॅर रूम गौतमबुद्धनगर से।*
*गौतमबुद्धनगर
*संयुक्त निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिक परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशों के क्रम में जिला विद्यालय निरीक्षक डा0 धर्मवीर सिंह एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार सक्सैना गौतमबुद्धनगर के तत्वाधान में समन्वयक गौतमबुद्धनगर से जिला विज्ञान क्लब समन्वयक अर्चना शिरोमणी ने जानकारी देते हुये बताया कि बच्चों की रचनात्मक क्षमता का विकास करने के उद्देश्य से दो दिवसीय मंडल स्तरीय ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला का आयोजन मेरठ मंडल में किया गया।
इस कार्याशाला में दोनों दिवस में अलग-अलग विषय के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा प्रथम दिवस में डिजाइन थिंकिंग पर विशेष सत्र तथा दूसरे दिन बायोनिक्स एवं साइंटून के माध्यम से नवाचार क्षमता के विकास पर व्याख्यान मोटीवेशन टाक और प्रश्न-उत्तर सत्र पर जानकारी दी गयी।*
*वैज्ञानिक एवं प्रमुख सामाजिक एवं प्रसार विभाग राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान(विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार का एक स्वायत्तशासी संस्थान) अमदाबाद गुजरात से डॉ नितिन मौर्य द्वारा कार्यशाला में भारत भर के विभिन्न नवप्रवर्तकों के बारे में बताया तथा उनके नवप्रवर्तन के उदाहरण देकर विद्यार्थियों एवं अध्यापकों को रचनात्मकता सृजनात्मकता एवं नवाचार के बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया। कार्यशाला के दौरान डॉ नितिन ने खोज एवं नवाचार के मध्य अंतर को भी स्पष्ट किया तथा साथ ही साथ इंस्पायर अवॉर्ड के बारे में भी जानकारी प्रदान की। डॉ नितिन का विशेष वक्तव्य बच्चों को सृजनशील एवं नवाचारी बनाने पर आधारित था।था।
*वरिष्ठ वैज्ञानिक भूतपूर्व सह निदेशक केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान, सीडीआरआई लखनऊ एवं साइनटून के जनक डॉ प्रदीप कुमार श्रीवास्तव द्वारा विज्ञान को कार्टून के माध्यम से देश ही नहीं पूरे विदेश में पहुंचाया है तथा आपने साइनटून नामक नई विधा को विकसित किया है। उन्होंने अब तक देश और विदेश से मिलाकर करीब 1400 से भी ज्यादा व्याख्यान प्रस्तुत किए हैं। उन्होंने आज के सत्र में बच्चों को Bio-Inspired इंजीनियरिंग अर्थात प्रकृति से प्रेरित नवाचार और अभियंत्रिकी के विषय में बताया। उन्होंने जापान के मेट्रो ट्रेन का उदाहरण देते हुए यह समझाया कि कैसे किंगफिशर नाम की चिड़िया की चोंच से प्रभावित होकर जापान में बुलेट ट्रेन को विकसित किया गया तथा उसकी स्पीड को नियंत्रित करने का कार्य किया गया। इसके अतिरिक्त उन्होंने अन्य तमाम उदाहरण देकर विद्यार्थियों को प्रकृति से प्रेरित नवाचार करने की प्रेरणा प्रदान की। एक उदाहरण देते हुए डॉ श्रीवास्तव ने बताया कि किस प्रकार मकड़ी के जाले को देखकर एक विशेष प्रकार के शीशे का आविष्कार किया गया है जो कि ऊंची बिल्डिंग में लगाया जा रहा है, जिससे अब तमाम चिड़ियों की जान बचाई जा रही है।*
*अर्चना शिरोमणी समन्वयक द्वारा दी गयी जानकारी में बताया गया कि नवप्रवर्तन अधिकारी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश, लखनऊ संदीप द्विवेदी द्वारा कार्यशाला का सफल संचालन किया गया। उनके मार्गदर्शन में यह कार्यशाला पूरे प्रदेश में आयोजित की जा रही है एवं स्कूली विद्यार्थियों को विशेष रूप से कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों में नवाचार की अभिवृत्ति विकसित करने के लिए तथा उनके द्वारा किए गए नवप्रवर्तकों के प्रोत्साहन के लिए साझा मंच उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। इस ज्ञानवर्धक ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला में जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय, आंगनवाड़ी गौतम बुद्ध नगर के सभी विद्यालयों ने प्रोजेक्टर, लैपटॉप, मोबाइल द्वारा ऑनलाइन नवाचार कार्यशाला में प्रतिभाग किया। यह ऑनलाइन प्रोग्राम के साथ-साथ यूट्यूब लाइव पर भी ज्वाइन किया गया। जिन विद्यालयों एवं अध्यापक, अध्यापिकायों द्वारा प्रतिभाग किया गया है उन्हें सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। विज्ञान क्लब के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों के द्वारा बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। राकेश चौहान जिला सूचना अधिकारी गौतमबुद्धनगर।*