सेना की अग्निपथ स्कीम का भारी विरोध मुज़फ़्फ़रपुर सहित विभिन्न इलाकों में पथराव

नई दिल्ली, 16 जून । भारतीय सेना की तरफ़ से चार वर्ष के लिये युवाओं को अग्निवीर के तौर पर सेना में भर्ती करने वाली नई ‘अग्निपथ’ स्कीम का युवाओं द्वारा देश में विरोध शुरु हो गया है।

सेना की अग्निपथ स्कीम का भारी विरोध मुज़फ़्फ़रपुर सहित विभिन्न इलाकों में पथराव

नई दिल्ली, 16 जून ( भारतीय सेना की तरफ़ से चार वर्ष के लिये युवाओं को अग्निवीर के
तौर पर सेना में भर्ती करने वाली नई ‘अग्निपथ’ स्कीम का युवाओं द्वारा देश में विरोध शुरु हो गया है। जिसकी


शुरुआत बिहार राज्य से हुई है। यहाँ बक्सर में युवाओं ने विरोध स्वरूप जहाँ ट्रेन पर पथराव किया है तो वहीं
मुज़फ़्फ़रपुर में आक्रोशित युवाओं ने सड़कों पर उतरकर छिटपुट आगज़नी करने व ट्रेनों पर पथराव किया। मीडिया


रिपोर्ट्स के अनुसार आक्रोशित युवाओं द्वारा पटना जा रही पाटलिपुत्र एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव किया गया है। इसी
बीच काशी-पटना जन’शताब्दी एक्सप्रेस लगभग 20 मिनट तक प्लेटफॉ़र्म संख्या एक पर रुकी रही। इस से रेल


प्रशासन व यात्रीयों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं मुज़फ़्फ़रपुर में प्रदर्शनकारी युवाओं ने रेलवे
स्टेशन के नज़दीक ख़ूब हंगामा काटा। यहाँ युवाओं ने चक्कर चौक पर आग जलाकर रोड जाम भी किया। ज्ञात रहे


कि यहाँ से कुछ ही दूरी पर एक चक्कर मैदान है जहाँ पर सेना भर्ती रैली होती है। युवाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन
किया गया। हालांकि पुलिस और प्रशासन यथा संभव आक्रोशित युवाओं को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।


सेना की अग्निपथ स्कीम का विरोध कर रहे युवाओं का कहना है कि “महज़ चार वर्ष के लिये भर्ती किया जाना
रोज़गार के अधिकार का सरासर हनन है।

आपको बता दें कि मंगलवार को ही देश के रक्षामन्त्री राजनाथ सिंह व
सेना की तीनों कमानों के प्रमुखों ने दिल्ली में इस ‘अग्निपथ’ स्कीम का ऐलान किया था।

इस ‘अग्निपथ’ स्कीम के
तहत 17.5 (साढ़े सत्रह) वर्ष से लेकर 21 वर्ष तक की आयु के युवाओं को अग्निवीर के तौर पर भर्ती किया


जायेगा। और उन्हें 4 वर्ष तक की नौकरी मिल सकेगी। इनही में से ही 25 फीसदी युवाओं को आगे सेना में

नियमित नौकरी के लिये चुना जायेगा। हालांकि इसके लिये अलग से स्क्रीनिंग हुआ करेगी। ‘अग्निवीर’ के तौर पर
काम करने के पश्चात सेवामुक्ति पर युवाओं को रुपये 11 लाख एकमुश्त पैकेज देकर सेना से विदा करने का


प्रावधान किया गया है। इस पर युवाओं में रोष है कि उसको पूरी मेहनत और कठिन परीक्षा के बाद भी अब एक
सामान्य नौकरीपेशा की तरह काम करना पड़ेगा। वह एक प्राइवेट कंपनी के इंप्लाई की तरह ही कम सेलरी में अपने


घर से मीलों दूर अपनी जान जोखिम में डालकर काम करेगा। यह सेना में जाने वाले उत्सुक युवाओं के मनोबल को
तोड़ने जैसा है।

क्योंकि केंद्र सरकार अब थलसेना, वायुसेना और नौसेना में युवाओं की भर्ती तो करेगी, लेकिन एक
ठेकेदार की तरह महज चार साल के लिए ही।

केंद्र सरकार ने नई भर्ती प्रक्रिया को अग्निपथ; नाम दिया है। इसके
तहत आर्मी में भर्ती होने वाले सैनिकों को अब अग्निवीर कहा जाएगा।

सुरक्षा संबंध कैबिनेट समिति ने यह फैसला
लिया है, जिसकी घोषणा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की है। जिसका विरोध हो रहा है।