डाकघर अधीक्षक ने गोली मारकर की आत्महत्या

बुलंदशहर जनपद के प्रधान डाकघर के अधीक्षक त्रिभुवन प्रसाद सिंह ने बुधवार की सुबह अलीगढ़ स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली।

डाकघर अधीक्षक ने गोली मारकर की आत्महत्या

बुलन्दशहर के डाकघर अधीक्षक ने गोली मारकर की आत्महत्या

बुलंदशहर जनपद के प्रधान डाकघर के अधीक्षक त्रिभुवन प्रसाद सिंह ने बुधवार की सुबह अलीगढ़ स्थित अपने आवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या करने से पहले अधीक्षक टी.पी. सिंह ने एसएसपी अलीगढ़ को एक सुसाइड नोट भी भेजा था। इस घटना से एक दिन पूर्व मंगलवार को सीबीआई टीम ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर 10 घंटे तक बुलंदशहर डाकघर में जांच पड़ताल की थी, जिसके अगले ही दिन डाकघर अधीक्षक ने यह कदम उठाया है। बताया जा रहा है कि वह इसी रेड के चलते परेशान थे। हालांकि सोसाइड नोट में उन्होंने डाकघर के कुछ कर्मचारियों पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है।

सुसाइड नोट में लिखा


21 अगस्त को डाकघर अधीक्षक टीपी सिंह ने अलीगढ़ एसएसपी को भेजे सुसाइड नोट में लिखा है कि 16 दिसंबर 2021 को उन्होंने डाकघर अधीक्षक बुलंदशहर के पद पर कार्यभार ग्रहण किया था। कार्यभार ग्रहण करने के बाद से ही सुरेश कुमार पुत्र शंभूरपाल निवासी सैदपुर बुलंदशहर, मनोज कुमार तत्कालीन उपडाकपाल (वर्तमान में उपाडाकपाल नारहट,ललितपुर), योगेंद्र सिंह पूर्व मेल ओवरसियर, बनवारीलाल पूर्व मेल ओवरसियर, और उनके तीन पुत्र अरुण, वरुण टेकचंद द्वारा उन्हें परेशान किया जा रहा था।

पत्र में आरोप लगाया गया है कि ये सभी आरोपी मिलकर लगातार अपने अनियमित कार्यों के लिए डाकघर अधीक्षक टीपी सिंह पर दबाव बना रहे थे। डाकघर अधीक्षक के खिलाफ ये सभी लिखित शिकायत भी करते आ रहे थे। डाकघर अधीक्षक ने लिखा है कि इन सभी लोगों से परेशान होकर मैं आज सुसाइड कर रहा हूं, जिसके लिए सभी लोग पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे।

पत्र में उन्होंने सुरेश कुमार व उनकी पत्नी द्वारा कार्यालय में भी हमला करने और धमकी देने के मामले की जानकारी दी है। वही इस घटना के बाद से ही पूरे डाकघर में हड़कंप मच गया है।