42 लॉकर तोड़कर बैंक में करोड़ों की चोरी

लखनऊ। चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में सेंध लगाकर चोरों के लॉकर काटने के मामले में बैंक प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। बैंक में सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड नहीं है।

42 लॉकर तोड़कर बैंक में करोड़ों की चोरी

42 लॉकर तोड़कर बैंक में करोड़ों की चोरी

लखनऊ। चिनहट स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक में सेंध लगाकर चोरों के लॉकर काटने के मामले में बैंक प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। बैंक में सुरक्षा के लिए एक भी गार्ड नहीं है। बैंक में बाहर की तरफ दो और अंदर चार सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन एक ही कैमरे में चोरों की फुटेज आई। बाकी कैमरों के एंगल स्ट्रॉन्ग रूम की तरफ नहीं थे। इसका फायदा चोरों ने उठाया।

एडीसीपी पूर्वी पंकज सिंह ने बताया कि चोरों ने बैंक में लगे अलार्म सिस्टम का तार काट दिया था। इसी वजह से अलार्म बजा नहीं। सवाल यह भी है कि कहीं अलार्म पहले से खराब तो नहीं था। जानकारों के अनुसार आमतौर पर किसी भी तरह की छेड़छाड़ होने पर अलार्म सिस्टम खुद एक्टिव हो जाता है। ऐसे में तार काटते वक्त भी अलार्म बजना चाहिए था। बैंक की खराब सुरक्षा व्यवस्था का फायदा चोरों ने उठाया और बड़ी आराम से वारदात को अंजाम देकर भाग निकले। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की 50 फुटेज मिली है।

ओवरसीज बैंक में चोरी के लिए शातिरों ने पूरी रेकी की थी। उन्हें सीसीटीवी कैमरों, गार्ड नहीं रहने सबकी जानकारी थी। यही नहीं लॉकर तक वे कैसे आसानी से पहुंच सकते हैं, इसका भी चोरों ने खाका तैयार कर रखा था।

चोरों को बैंक के अंदर घुसने का सटीक रास्ता पता था। बैंक में लॉकर किस तरफ रखा है, इसकी भी उन्हें सटीक जानकारी थी। खाली प्लॉट की तरफ से सेंध लगाने से भी यह साफ हो जाता है कि चोरों ने वारदात का पूरा खाका तैयार कर लिया था। रविवार को बैंक बंद रहती है, इसलिए वारदात के लिए शनिवार की रात चुनी। इसके पीछे मकसद यही था कि चोरी का पता जब तक चलेगा, वे दूर जा चुके होंगे।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो बाइकों पर सवार होकर चार चोर आए थे। बैंक से करीब 200 मीटर की दूरी पर चोरों ने दोनों बाइकें खड़ी की थीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार पास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से इसका पता चला। बाइकें खड़ी करने के बाद वहां से पैदल ही चारों बैंक की ओर गए। पुलिस सूत्रों के अनुसार चोरी में पंजाब या झारखंड के गैंग का हाथ होने की आशंका है।

यूपी एसटीएफ की भी एक टीम रविवार शाम घटनास्थल पहुंची और छानबीन की। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास सक्रिय रहे मोबाइल नंबरों की सूची निकाली है। पुलिस इन नंबरों की पड़ताल कर रही है। आसपास किराए पर रहने वालों के बारे में भी पता लगा रही है। शक के दायरे में बैंककर्मी भी हैं। पुलिस बैंककर्मियों की सूची तैयार कर उनके बारे में अलग से पता लगा रही है।