भगवान श्रीकृष्ण को अत्यधिक प्रिय है नंदोत्सव
वृन्दावन।रमणरेती/परिक्रमा मार्ग क्षेत्र स्थित श्रीनिंबार्क सेवा सदन में चल रहे ठाकुरश्री राधासर्वेश्वर भगवान के द्विदिवसीय जन्माष्टमी महोत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन नंदोत्सव आयोजित किया गया।

भगवान श्रीकृष्ण को अत्यधिक प्रिय है नंदोत्सव
वृन्दावन।रमणरेती/परिक्रमा मार्ग क्षेत्र स्थित श्रीनिंबार्क सेवा सदन में चल रहे ठाकुरश्री राधासर्वेश्वर भगवान के द्विदिवसीय जन्माष्टमी महोत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन नंदोत्सव आयोजित किया गया। जिसमें प्रख्यात भजन गायकों के द्वारा श्रीकृष्ण जन्म की बधाइयों का संगीत की मृदुल स्वर लहरियों के मध्य गायन किया गया।जिन पर देश-विदेश से आए असंख्य भक्तों-श्रद्धालुओं ने जमकर नृत्य किया।इसके अलावा खेल-खिलौने, मेवा-मिष्ठान एवं रुपए-कपड़े लुटाए गए।तत्पश्चात महंतों का सम्मान किया गया।
श्रीनिंबार्क सेवा सदन के महंत सनत कुमार शरण महाराज ने कहा कि नंदोत्सव भगवान श्रीकृष्ण को अत्यधिक प्रिय है। यह उत्सव मनाने से भगवान श्रीकृष्ण शीघ्रातिशीघ्र प्रसन्न होते हैं।साथ ही अपने भक्तों के सभी कष्ट हर लेते हैं।ब्रज में नंदोत्सव मनाने की परंपरा अत्यंत प्राचीन है।सर्वप्रथम नंदबाबा ने ही भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के पश्चात यह उत्सव मनाया था।तभी से समूचे ब्रज के साथ-साथ विश्वभर में यह उत्सव अत्यंत हर्षोल्लास और धूमधाम के साथ मनाया जाता है।
इस अवसर पर श्रीमज्जगद्गुरु पीपाद्वाराचार्य बाबा बलराम दास देवाचार्य महाराज, ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, कलाधारी बगीची आश्रम के महंत जयराम दास महाराज, महंत वृन्दावन दास महाराज, विजय गुप्ता ( दिल्ली) एवं युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।