ब्लॉगर्स को अनसुनी कहानियां सामने लानी चाहिए
ऐसा करने पर उस पोस्ट या ब्लॉग के पाठक बढ़ेंगे और सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट को लाइक करने वाले हजारों या लाखों में मिल जायेंगे। दुनिया भर में 1.8 अरब वेबसाइटें हैं, जिनमें से 60 करोड़ से अधिक ब्लॉग हैं।
टॉकिंग पॉइंट्स
ब्लॉगर्स को अनसुनी कहानियां सामने लानी चाहिए
नरविजय यादव
डेढ़ साल के बाद आज पहली बार एक समारोह में हिस्सा लेने का अवसर मिला। मौका था ब्लॉगर्स एलायंस के चंडीगढ़ चैप्टर का अवार्ड सेरेमनी और ब्लॉगर्स मीट। पंजाब यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर अर्चना आर सिंह, ट्रेवल ब्लॉगर अंकित महाजन उर्फ मैथ्सबाबा, प्लस साइज मॉडल दिव्या आजाद, लाइफस्टायल ब्लॉगर करीना बेदी, यूट्यूबर मनीष पुरी और डॉ. सोनिका कृष्ण को बैस्ट ब्लॉगर अवार्ड से नवाजा गया। कई वक्ताओं ने ब्लॉगिंग के भविष्य को लेकर अपने अनुभव साझा किये। देश के पहले रेडियो ब्रॉडकास्टिंग ट्रेनर हरदीप चांदपुरी ने कहा कि ब्लॉगिंग का भविष्य उज्ज्वल है और युवा इसमें शानदार करियर बनाकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। संस्था के सह-संस्थापक देवेंद्र जायसवाल ने कहा कि ब्लॉग से कमाई कैसे की जा सकती है, यह कला सिखाना ब्लॉगर्स एलायंस का एक प्रमुख उद्देश्य है। नेशनल प्रेसीडेंट डॉ. अमित नागपाल ने कहा कि यह तो बस एक शुरुआत है, ब्लॉगिंग की यात्रा बहुत दूर तक जायेगी। इस मौके पर हमने यह पता लगाने की कोशिश की कि साल 2022 ब्लॉगिंग के लिहाज से कैसा रहेगा और किस तरह के ट्रेंड आने वाले हैं।
सबसे पहली बात तो यह कि लोग 5-10 सेकेंड से ज्यादा बड़ी पोस्ट को न देखना चाहते हैं न पढ़ना। यानी स्नेकेबल कंटेंट का जमाना है, तो इसे लंच या डिनर टाइप कंटेंट कैसे बनाया जा सकता है, ताकि लोग बड़ी पोस्ट भी मजे से पढ़ लें। इसका एक उपाय तो यह है कि ब्लॉगर्स को अनटोल्ड यानी अनकही और अनसुनी कहानियों को सामने लाना चाहिए। ऐसी सामग्री जिस पर पारंपरिक मीडिया कभी ध्यान नहीं देता। मानव मन किस्से कहानियों में बड़ा रमता है। लोगों को कहानी याद रह जाती है, सूचनाएं भूल जाते हैं। यानी एक ब्लॉगर को अपनी बात कहानी के रूप में या किसी कहानी से जोड़ कर बताने की कोशिश करनी चाहिए। ऐसा करने पर उस पोस्ट या ब्लॉग के पाठक बढ़ेंगे और सोशल मीडिया पर ऐसी पोस्ट को लाइक करने वाले हजारों या लाखों में मिल जायेंगे। दुनिया भर में 1.8 अरब वेबसाइटें हैं, जिनमें से 60 करोड़ से अधिक ब्लॉग हैं।
कंटेंट को किंग कहा जाता है। करोड़ों लोग हर रोज गूगल पर जानकारी खोज रहे होते हैं और ब्लॉग जानकारी की इस भूख को काफी हद तक पूरा करते हैं। इसी वजह से कंटेंट मार्केटिंग का महत्व है। कंटेंट मार्केटिंग में पारंपरिक मार्केटिंग की तुलना में 62 प्रतिशत कम लागत आती है, जबकि इससे तीन गुना अधिक रेस्पोंस मिलता है। अपने ब्रांड को लोकप्रिय करने की इच्छा रखने वालों को कंटेंट मार्केटिंग पर ध्यान देना चाहिए। कंटेंट ऐसा लिखा जाना चाहिए जो लोगों को पसंद आये और उनके काम का भी हो। लिखे हुए पोस्ट की जगह वीडियो अधिक पसंद किये जा रहे हैं। वीडियो को कम शिक्षित या भाषा न जानने वाले भी देखते हैं। यूट्यूब पर हर रोज एक अरब घंटे से अधिक वीडियो देखे जाते हैं। कम से कम छोटे वीडियो क्लिप तो हर ब्लॉगर को पोस्ट करने ही चाहिए। अपना पर्सनल ब्रांड बनाना भी बहुत मायने रखता है। ऐसे लोग ही इनफ्यूएंसर बनते हैं, जिनपर कंपनियां लाखों रुपये खर्च करना पसंद करती हैं। टॉप के सोशल मीडिया इनफ्लुएंसरों को किसी फिल्म स्टार जैसा महत्व मिलता है। कॉर्पोरेट कंपनियां अपनी साख को अच्छा बनाने के लिए इनफ्लुएंसरों पर दिल खोल कर खर्च करती हैं। बदले में उनकी बिक्री बढ़ती है।
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नरविजय यादव वरिष्ठ पत्रकार व कॉलमिस्ट हैं।
ईमेल: narvijayindia@gmail.com