मां गंगा ने बड़े हनुमान को कराया स्नान
प्रयागराज संगम नगरी में उफनाई गंगा की लहरों ने बृहस्पतिवार की रात संगम स्थित बड़े हनुमान का अभिषेक किया। गर्भगृह में मां गंगा के प्रवेश करने के साथ ही गगनभेदी जयकारे गूंजने लगे।
प्रयागराज संगम नगरी में उफनाई गंगा की लहरों ने बृहस्पतिवार की रात संगम स्थित बड़े हनुमान का अभिषेक किया। गर्भगृह में मां गंगा के प्रवेश करने के साथ ही गगनभेदी जयकारे गूंजने लगे।
महंत बलवीर गिरि ने पुजारियों,सेवादारों और भक्तों की मौजूदगी में मां गंगा का दुग्धाभिषेक करने के बाद सविधि आरती की।
इसी के साथ तटवर्ती इलाकों में बाढ़ ने दस्तक दे दी है।
जिला प्रशासन ने 99 बाढ़ चौकियां स्थापित करते हुए राहत और बचाव कार्य के लिए सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है।
कोटा बैराज से पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद गंगा-यमुना में उफान आ गया है। बृहस्पतिवार को फाफामऊ में गंगा सात सेंमी प्रतिघंटा और नैनी में यमुना चार सेंमी प्रति घंटा की रफ्तार से बढ़ती रहीं।
रात करीब 11:30 बजे मां गंगा ने बड़े हनुमान को स्नान कराया। इसी साथ मां गंगा और बड़े हनुमान के जयकारे गूंजने लगे। महंत बलवीर गिरि ने बड़े हनुमान की को नया श्वेत वस्त्र धारण कराया।
इसी के साथ मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर सविधि पूजा, आरती की गई। उधर, बेली कछार के अलावा शिवकुटी, बघाड़ा और सलोरी में गंगा ने दस्तक दे दी है।
कहा जा रहा है कि जल स्तर इसी तरह बढ़ा तो कछारी इलाकों में घर बनाने वालों के सामने मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। रामघाट,काली घाट डूब गया है। बाढ़
नियंत्रण कक्ष की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक रात आठ बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 81.56 मीटर दर्ज किया गया। इसी तरह छतनाग में गंगा 80.81 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 81.47 मीटर रिकार्ड किया गया।
कछार में घरों की तरफ बढ़ा पानी, बढ़ी चिंता
गंगा और यमुना नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी से कछार के निचले इलाकों में रहने वालों की चिंता बढ़ गई है।
दोनों नदियों का पानी इन बस्तियों के कगार तक पहुंच गया है और जलस्तर में बढ़ोतरी नहीं थमी तो एक-दो दिनों में पानी घरों में घुस जाएगा। इस खतरे को देखते हुए लोगों ने तैयारी भी शुरू कर दी है।