सत्ता छिन जाने से मौर्य का बिगड़ा मानसिक संतुलन : रवींद्र कुशवाहा
बलिया, 05 फरवरी ( भारतीय जनता पार्टी के सांसद रवींद्र कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी नेता के डॉ़ भीमराव अंबेडकर के बौद्ध धर्म से जोड़कर किए गए हालिया ट्वीटर पर रविवार को कहा कि सत्ता खोने से उनका मानसिक संतुलन खो गया है।
बलिया, 05 फरवरी भारतीय जनता पार्टी के सांसद रवींद्र कुशवाहा ने समाजवादी पार्टी
नेता के डॉ़ भीमराव अंबेडकर के बौद्ध धर्म से जोड़कर किए गए
हालिया ट्वीटर पर रविवार को कहा
कि सत्ता खोने से उनका मानसिक संतुलन खो गया है।
सलेमपुर से भाजपा सांसद कुशवाहा ने जिले
के मनियर में आज सुबह संवादाताओं से बातचीत करते हुए सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा डॉ़
भीमराव अम्बेडकर के बौद्ध धर्म से जोड़कर किए गए हालिया ट्वीटर पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए
कहा कि डॉ़ अम्बेडकर एक महान नेता थे व उन्होंने अपनी इच्छा से बौद्ध धर्म स्वीकार किया।
उन्होंने कभी हिंदू धर्म की आलोचना नहीं की। उन्होंने दावा किया कि डॉ़ अंबेडकर ने इस्लाम धर्म
स्वीकार करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भगवान बुद्ध हिंदू धर्म के पोषक व भारत माता को मानने वाले थे।
सांसद कुशवाहा ने कहा कि हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान बुद्ध हिंदू देवता के नौवे अवतार थे।
लिहाजा अगर डॉ़ अंबेडकर ने बौद्ध धर्म को स्वीकार किया तो बौद्ध धर्म भी हिंदू धर्म का ही एक
हिस्सा है। कुशवाहा ने मौर्य के एक और हालिया ट्वीट... तत्कालीन उपप्रधानमंत्री, बाबू जगजीवन
राम द्वारा उद्घाटित संपूर्णानंद मूर्ति का गंगा जल से धोना, तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के
रिक्तोपरांत मुख्यमंत्री आवास को गोमूत्र से धोना व राष्ट्रपति कोविंद जी को सीकर ब्रह्मामंदिर में
प्रवेश न देना शूद्र होने का अपमान नहीं तो क्या?...पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि स्वामी
सत्ता छीन जाने के कारण अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं व पागल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि
स्वामी ने भारतीय जनता पार्टी में रहकर पांच साल सत्ता की मलाई काटी है और इस बार उनका
राजनीति का मौसम विज्ञान असफल हो गया और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई। स्वामी
अपना मानसिक संतुलन खोकर और इस प्रकार की बयानबाजी कर रहे हैं।