स्वाद के साथ सेहत का भी ख्याल रखता है आम
गर्मियों का मौसम यानि कि छुटियों का मौसम और ऐसे में बिना आम के छुटियां और गर्मी स्वादहीन लगती है। गर्मियों में मिलने वाला फलों के राजा आम के खट्टा-मीठा स्वाद सभी को लुभाता है।
गर्मियों का मौसम यानि कि छुटियों का मौसम और ऐसे में बिना आम के छुटियां और गर्मी स्वादहीन लगती है।
गर्मियों में मिलने वाला फलों के राजा आम के खट्टा-मीठा स्वाद सभी को लुभाता है। दरअसल आम सिर्फ स्वाद में
ही अच्छा नहीं है बल्कि यह सेहत बनाने का भी काम करता है। इसमें विटामिन प्रोटीन वसा और फाइबर बड़ी मात्रा
में पाया जाता है
और खनिजों में कैल्शियम सोडियम पोटेशियम और कॉपर भी अच्छी मात्र में पाए जाते है, साथ
ही विटामिन ए बी सी भी बहुत्तायत मात्रा में पाए जाते है। तो आइए जानतें हैं आम के कुछ और फायदो के बारे
में...
1. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
आम में प्रचूर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं,
जिससे स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। हाई ब्लड प्रेशर के रोगी के
लिए आम एक प्राकृति उपचार है,
क्योंकि इसमें पोटेशियम (156 मिलीग्राम में 4 प्रतिशत) और मैग्निशियम (9
मिलीग्राम में 2 प्रतिशत) भारी मात्रा में पाए जाते हैं।
2. कैंसर के खतरे को कम करता है और कोलेस्ट्रोल की मात्रा घटाता है
आम में एक घुलनशील आहार संबंधी फाइबर पेक्टिन पाया जाता है
। पेक्टिन ब्लड कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करने
में प्रभावी रूप से कार्य करता है। यह हमें ग्रंथि में होने वाले कैंसर से भी बचाता है।
3. वजन बढ़ाने में मददगार
आम का सेवन करना वजन बढ़ाने का सबसे आसान तरीका है। 150 ग्राम आम में करीब 86 कैलोरी ऊर्जा होती है,
जो हमारे शरीर द्वारा आसानी से अवशोषित कर ली जाती है।
इतना ही नहीं, आम में स्टार्च पाया जाता है, जो
सूगर में परिवर्तित होकर अंततः वजन को बढ़ाता है।
4. पाचन प्रक्रिया में सहायक
आम अपच और एसीडीटी जैसी समस्याओं को भी दूर करता है। आम में पाए जाने वाले एंजाइम्स भोजन को पचाने
में मदद करते हैं।
5. एनीमिया का उपचार
जो लोग एनियामा से ग्रसित हैं,
उनके लिए आम काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें प्रचूर मात्रा में आइरन
पाया जाता है। नियमित और पर्याप्त रूप से आम का सेवन शरीर में खून की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे एनीमिया
जैसी बीमारी दूर रहती है।
6. गर्मवती महिला के लिए लाभदायक
गर्मवती महिला को आयरन की विशेष जरूरत होती है।
इसलिए उनके लिए आम काफी लाभदायक होता है। यूं तो
डॉक्टर आयरन की गोली लेने की सलाह देते हैं,
पर अगर आप चाहें तो आयरन से भरपूर आम के जूस का सेवन
भी कर सकते हैं।
7. मुंहासे को रखे दूर
आम त्वचा पर होने वाले मंहासे पर भी प्रभावी रूप से असर करता है।
यह मुंहासे के बंद पड़े छिद्रों को खोल देता
है। एक बार जब यह छिद्र खुल जाते हैं, तो मुंहासों का निर्माण अपने-आप बंद हो जाता है।
देखा जाए तो त्वचा के
बंद पड़े छिद्रों को खोलना ही मुंहासों से छुटकारा पाने से सबसे अच्छा तरीका है। पर इसके लिए आपको नियमित
आम खाने की जरूरत नहीं है।
आप आम के गूदे को त्वचा पर लगाएं और 10 मिनट बाद धो लें।
8. समय से पहले बुढ़ापे को रोकता है
आम में बड़ी मात्रा में विटामिन ए और विटामिन सी पाए जाते हैं, जो कि शरीर के अंदर कोलाजेन प्रोटीन के
निर्माण में सहायक होते हैं।
कोलाजेन ब्लड वेसल और शरीर के कनेक्टिव टिशू को सुरक्षित रखता है, जिससे त्वचा
की उम्र ढलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
9. मस्तिष्क को बनाए स्वस्थ्य
आम में विटामिन बी-6 प्रचूर मात्रा में पाया जाता है, जो कि मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में अहम
भूमिका निभाता है।
10. शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाता है
गाजर की तरह आम में भी बीटा-केरोटीन और कार्टेन्वाइड उच्च मात्रा में पाया जाता है। आम में पाए जाने वाले यह
तत्व शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बेहतर और मजबूत बनाते हैं।
11. मधुमेह से लड़ता है
कुछ अध्ययन से पाया गया कि आम मधुमेह के लिए एक बढिया प्राकृतिक उपचार है। हालांकि इस पर अभी शोध
जारी है।
लोगों में यह मिथक था कि मीठा होने के कारण मधुमेह के रोगी को आम नहीं खाना चाहिए। पर
अब यह सिद्ध हो चुका है कि न सिर्फ आम बल्कि इसकी पत्तियां भी मधुमेह से निजात दिला सकती है।
12. आंखों का भी रखे ख्याल
एक कप आम का जूस पीने से हमें एक दिन के लिए जरूरी विटामिन ए का 25 प्रतिशत हिस्सा मिल जाता है। यह
आंख की रोशनी को बेहतर बनाता है और रतौंधी व आंख के सूखेपन को भी दूर रखता है।
13. सेक्स को बढ़ाता है
आम विटामिन ई का बेहतरीन स्रोत होता है। से
क्स और विटामिन ई के संबंध को सबसे पहले चूहे पर किए गए
अध्ययन के द्वारा जाना गया था।
बाद में कुछ अन्य शोध से पता चला कि संतुलित और पर्याप्त मात्रा में आम
का सेवन सेक्स को बढ़ाता है।
14. लू का करता है उपचार
कच्चे आम के जूस को पानी के साथ मिला कर पीने से शरीर में ठंडक रहती है।
आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से देखा जाए
तो भूमध्यवर्ती क्षेत्र में सूर्य की तेज रोशनी के कारण शरीर से भारी मात्रा में पसीना निकलता है। इससे लोग जल्दी
थक जाते हैं। ऐसे में इस प्रक्रिया से किडनी टॉक्सिन्स से भर जाता है।