हाथरस सत्संग हादसे में अनूपशहर की ज्योति की मौत

हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। कुचलने से 122 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में बुलंदशहर के अनूपशहर के मोहल्ला नेहरू गंज निवासी जसवंत की 12 साल की बेटी ज्योति भी शामिल है।

हाथरस सत्संग हादसे में अनूपशहर की ज्योति की मौत

हाथरस सत्संग हादसे में अनूपशहर की ज्योति की मौत

हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। कुचलने से 122 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में बुलंदशहर के अनूपशहर के मोहल्ला नेहरू गंज निवासी जसवंत की 12 साल की बेटी ज्योति भी शामिल है। पिता जसवंत ने बताया कि उनकी बेटी ज्योति अनूपशहर के एक विद्यालय में कक्षा चार की छात्रा है। इन दिनों ज्योति अपने ननिहाल कोतवाली हरदुआगंज जिला अलीगढ़ गई हुई थी। हरदुआगंज से ही उसकी नानी उसे सत्संग में ले गई थीं।

इधर अनूपशहर से ज्योति के पिता जसवंत अपनी पत्नी के साथ सत्संग सुनने के लिए गए हुए थे। छात्रा के पिता जसवंत सिंह ने बताया कि तहसील सिकंदराऊ के फुलरई गांव में सुबह 10:30 बजे भोले बाबा का सत्संग प्रारंभ हुआ, जो कि दोपहर 1:00 बजे तक चला। सत्संग में शामिल होने के लिए दूर दराज से हजारों लोग पहुंचे। सत्संग समाप्त होने के करीब 15 मिनट के बाद एक साथ भगदड़ मच गई। जिसमें उनकी बेटी और पत्नी नीचे गिर पड़े। काफी मशक्कत के बाद उन्होंने अपनी पत्नी व बेटी को ढूंढा । एंबुलेंस से उसे एटा हायर सेंटर ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने ज्योति को मृत घोषित कर दिया। पुलिस द्वारा शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।


जसवंत सिंह ने बताया कि सत्संग समाप्त होने के बाद एक साथ भगदड़ मच गई, जिसमें सैकड़ों लोग नीचे गिरकर घायल हो गए। देखते ही देखते उनके सामने लाशें बिछ गईं। चारों तरफ कोहराम मच गया। कुचलने की वजह से इतनी मौतें हुईं। बताया जा रहा है कि सत्संग में शामिल होने गए अनूपशहर के कुछ लोग भी चोटिल हुए हैं। जिनका उपचार अलीगढ़ मेडिकल, सिकंद्राराऊ सीएचसी एवं एटा हायर सेंटर में चल रहा है।

छात्रा के पिता जसवंत सिंह ने बताया कि पैतृक गांव सुलतानपुर बिलोनी तहसील क्षेत्र डिबाई में छात्रा का अंतिम संस्कार किया जाएगा।