इंदिरापुरम में कलेक्शन एजेंट से दिनदहाड़े 10 लाख रुपए लूटे
गाजियाबाद, 13 जून (। नोएडा की एक कंपनी के कलेक्शन एजेंट से बाइक सवार दो बदमाश 10 लाख रुपयों से भरा बैग लूट कर फरार हो गए।
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गाजियाबाद, 13 जून (। नोएडा की एक कंपनी के कलेक्शन एजेंट से बाइक सवार दो बदमाश 10 लाख
रुपयों से भरा बैग लूट कर फरार हो गए।
सोमवार को बाइक सवार बदमाशों ने इंदिरापुरम थानाक्षेत्र में वारदात को
दिनदहाड़े अंजाम दिया। पीडि़त का कहना है
कि बदमाशों ने पहले उनपर डंडे से वार किया और फिर नोटों भरा बैग
लूट कर फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी मुनिराज जी मौके पर पहुंचे और घटना की
जांच.पड़ताल की। एसएसपी का कहना है कि बदमाशों का पता लगाने के लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरों की फुटेज
खंगाल रही है। साथ ही घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन किया गया है।
मूलरूप से फर्रूखाबाद का रहने वाला वीर बहादुर इंदिरापुरम थानाक्षेत्र स्थित कनावनी गांव में किराए पर रहता है।
वह नोएडा स्थित राइटर सेफ डॉट प्रा.लि. नामक कंपनी में कलेक्शन एजेंट है। वीर बहादुर ने पुलिस को बताया कि
रोजाना की भांति सोमवार को भी वह कई दुकानों से पेमेंट कलेक्ट करने के बाद इंदिरापुरम की नीतिखंड चौकी क्षेत्र
में बाइक से पहुंचा था। उसने हैबिटेट सेंटर के पास से भी एक दुकान से पेमेंट कलेक्ट की थी। यहां से पेमेंट लेने
के बाद जब वह कुछ दूर चला तो पीछे से बाइक पर आए दो बदमाशों ने उसपर डंडे से वार कर दिया। इस हमले
में उसकी बाइक अनियंत्रित हो गई और वह गिर पड़ा। इससे पहले कि वह कुछ समझ पाता बदमाश उसका नोटों
भरा बैग लूट कर फरार हो गए। बैग में 10 लाख रुपए से अधिक की रकम थी।
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि यूपी.112 से पुलिस को घटना की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही एसपी
सिटी सेकेंड ज्ञानेन्द्र सिंह, सीओ इंदिरापुरम अभय कुमार मिश्र और एसएचओ देवपाल सिंह पुण्डीर मौके पर पहुंच
गए। उन्होंने पीडि़त से जानकारी लेने के बाद क्षेत्र में चेकिंग कराई और बदमाशों की तलाश के लिए घटनास्थल के
आसपास सर्च ऑपरेशन चलाया। लेकिन बदमाशों का कोई पता नहीं चल सका। एसएसपी का कहना है कि बदमाशों
की पहचान के लिए पुलिस घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। खुलासे
के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन कर दिया गया है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। साथ ही
पुलिस पेमेंट को तस्दीक करने के लिए पीडि़त से भी जानकारी जुटा रही है। अंदेशा है कि बदमाशों ने रैकी के बाद
वारदात को अंजाम दिया है।
संभव है कि बदमाश पहले से ही पीडि़त एजेंट के पीछे लगे थे और उन्होंने मौका
पाकर यहां वारदात कर दी।