बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण के पुतले का दहन।

रिसिया में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया विजय दशमी सत्य की असत्य पर विजय और बुराई का प्रतीक दशानन के पुतले का दहन किया गया,जिसे देखने के लिए आस पास के इलाकों से हजारों की संख्या में नर नारी और बच्चे उमड़े हुए थे।

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण के पुतले का दहन।

बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक रावण के पुतले का दहन।

दिलशाद अहमद - आज का मुद्दा

रिसिया में बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाया गया विजय दशमी सत्य की असत्य पर विजय और बुराई का प्रतीक दशानन के पुतले का दहन किया गया,जिसे देखने के लिए आस पास के इलाकों से हजारों की संख्या में नर नारी और बच्चे उमड़े हुए थे।रिसिया के पुराने थाने के निकट इस बार रावण के पुतले को स्थापित किया गया था,और यही पर दशहरा मेला लगा हुआ था,इस मेले में रावण के पुतले को दहन करते हुए देखने के लिए भीड़ उमड़ी हुई थी,शाम सात बजे बुराई के प्रतीक रावण  का पुतला धूं धूं कर जल उठा।


इसी पुराने थाने के परिसर में पिछले दस दिनों से रिसिया की राम लीला समिति की  ओर से राम लीला का मंचन हो रहा है।मेले में पुलिस चुस्त थी।और राकेश मौर्य उप जिला धिकारी सदर कैंप कर रहे थे,साथ में दद्दन सिंह प्रभारी निरीक्षक, नीरज सिंह चौकी प्रभारी दल बल के साथ मौजूद रहे


इस अवसर पर मदन गोपाल यज्ञ सैनी,संजय जायसवाल प्रमुख प्रतिनिधि, रामू लाल चेयर मैन प्रतिनिधि, कृष्ण कुमार अग्रहरि,आशीष सिंह, अशोक कुमार शर्मा, महेश अग्रवाल, मोनू जयसवाल, राकेश निगम, जय प्रकाश अग्रहरि, 
अजीतंजय भारतीय,जगदीश लप्पू,मदन कुमार,राम गोपाल,सुधीर गुप्ता,बाबा दीन,सुनील वैश्य सहित मौजूद रहे