स्याना की महिला सभासद की अनूठी कहानी

स्याना की सरिता आर्या ने साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। एक साधारण परिवार से आने वाली सरिता लगातार तीन बार सभासद का चुनाव जीत चुकी हैं।

स्याना की महिला सभासद की अनूठी कहानी

स्याना की महिला सभासद की अनूठी कहानी

स्याना की सरिता आर्या ने साबित कर दिया है कि दृढ़ संकल्प के साथ कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। एक साधारण परिवार से आने वाली सरिता लगातार तीन बार सभासद का चुनाव जीत चुकी हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा 2012 में शुरू की। पहले चुनाव में 175 मतों से जीत हासिल की।

2017 में उनकी जीत का अंतर बढ़कर 325 वोट हो गया। 2022 में तीसरी बार चुनाव जीतकर उन्होंने हैट्रिक लगाई। इस बार उन्हें 685 मतों से जीत मिली।अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज का मुद्दा से बातचीत में सरिता ने बताया कि एक गृहिणी के लिए चुनाव लड़ना आसान नहीं था। उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। लेकिन हौसले के साथ उन्होंने हर मुश्किल को पार किया।


अब वह अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। उनका मानना है कि जब देश की राष्ट्रपति और दिल्ली की मुख्यमंत्री महिला हो सकती हैं, तो महिलाएं सभासद क्यों नहीं बन सकतीं।

वह महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक कर रही हैं और उन्हें सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही हैं।