श्रीसिद्धपीठ दुर्गा मंदिर में अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम से सम्पन्न हुआ अष्ट दिवसीय ग्यारह हजार हनुमान चालीसा पाठ एवं हनुमान महायज्ञ
वृन्दावन।गौरा नगर कॉलोनी स्थित श्रीसिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर में चल रहा अष्ट दिवसीय 11000 (ग्यारह हजार) हनुमान चालीसा पाठ एवं हनुमान महायज्ञ अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।

श्रीसिद्धपीठ दुर्गा मंदिर में अत्यन्त श्रद्धा एवं धूमधाम से सम्पन्न हुआ अष्ट दिवसीय ग्यारह हजार हनुमान चालीसा पाठ एवं हनुमान महायज्ञ
वृन्दावन।गौरा नगर कॉलोनी स्थित श्रीसिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर में चल रहा अष्ट दिवसीय 11000 (ग्यारह हजार) हनुमान चालीसा पाठ एवं हनुमान महायज्ञ अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ सम्पन्न हुआ।जिसके अंतर्गत आचार्य रामनिहोर त्रिपाठी के आचार्यत्व में सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य यज्ञ में आहुतियां दीं।साथ ही श्रीहनुमानजी महाराज को चोला धारण कराकर सवा मनी लड्डुओं का भोग लगाया गया।
इस अवसर पर अपने आशीर्वचन देते हुए प्रख्यात धर्मगुरु आचार्य रामनिहोर त्रिपाठी ने कहा कि श्रीसिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर मां भगवती एवं श्रीहनुमानजी महाराज की साधना का अत्यंत प्राचीन व दिव्य स्थल है।यहां प्रतिष्ठित दक्षिणमुखी हनुमानजी महाराज के समक्ष हनुमान चालीसा के तीन पाठ करने से प्रत्येक व्यक्ति की सभी मनोकामना निश्चित ही पूर्ण होती हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीहनुमानजी महाराज विश्व में व्याप्त सभी अरिष्टों का नाश करने वाले हैं।वे भक्ति, शक्ति व मुक्ति के प्रदाता हैं।इसलिए आज श्रीसिद्ध पीठ दुर्गा मंदिर में 11000 (ग्यारह हजार) हनुमान चालीसा पाठ, श्रीहनुमान महायज्ञ, हनुमानजी महाराज का सवामनी प्रसाद, भव्य फूल बंगला, संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं महाप्रसादी आदि के आयोजन सम्पन्न हुए।वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि श्रीहनुमानजी महाराज एक ऐसे देवता हैं जो अतिशीघ्र प्रसन्न होते हैं। इसीलिए वो जन-जन के आराध्य हैं।उनके मंदिर देश के प्रत्येक राज्य, प्रत्येक जिले, प्रत्येक नगर एवं प्रत्येक क्षेत्र में स्थापित हैं।जिनमें उनकी पूजा-अर्चना अत्यंत भक्ति-भाव से की जाती है।
इस अवसर पर मुख्य आयोजक कन्हैया लाल अग्रवाल (स्वीटी सुपारी वाले),अमरनाथ अग्रवाल, डॉ. अनिल सक्सेना, पवन कौशिक, विपुल प्रधान, सुरेश चन्द्र सक्सैना (एडवोकेट), पूर्व पार्षद मनोज सक्सैना, नीरज सक्सैना, डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित भरत लाल, संतोष पाराशर एवं गोपाल आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यकम का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं वृहद भंडारे के साथ हुआ।