झांसी में सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 600 जोड़े बंधे ‘बंधन’ में
झांसी, 09 फरवरी (। उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में “ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना” के तहत गुरुवार को 600 जोड़े परिणय सूत्र में बंध गये।
झांसी, 09 फरवरी उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में “ मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह
योजना” के तहत गुरुवार को 600 जोड़े परिणय सूत्र में बंध गये।
यहां बुंदेलखंड महाविद्यालय में आयोजित विवाह कार्यक्रम के लिए विशाल पंडाल बनाया गया जिसमें
हिंदू जोड़ों के साथ मुस्लिम समुदाय के जोड़ों का भी विवाह कराया गया।जिला समाज कल्याण
विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में विभाग के पर्यवेक्षक सागर भट्ट ने बताया कि मुख्यमंत्री
सामूहिक विवाह योजना के तहत 628 जोड़ों ने विवाह के लिए आवेदन किया था और दाेपहर तक
600 जोड़ों का विवाह संपन्न करा दिया गया है। जो शादियां शेष हैं उनका आयोजन किया जा रहा
है।
उन्होंने बताया कि जिन जोड़ों का आज विवाह कराया गया है उन्हें उपहारस्वरूप कन्याधन के रूप में
35 हजार रुपये लड़की के खाते में दिये जाते हैं। इसके अलावा 10 हजार रुपये का सामान दिया
जाता है साथ ही छह हजार रुपये विवाह पंडाल, सामग्री और विवाह कार्यक्रम आदि पर और इस तरह
से प्रति जोडा 51 हजार रुपये खर्च किये जाते हैं।
शादी में शामिल होने वालों वर तथा वधू पक्ष दोनों ही ओर से 10-10 लोगों को लंच पैकेट मुहैया
कराये जाते हैं। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बेहद महत्वपूर्ण योजना है जिसका आयोजन
जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा नगर निगम के समन्वय से किया जाता है। जिन जोड़ों की
शादियां रह गयीं हैं उन्हें अन्य तिथियों पर संपन्न कराया जायेगा।
इस अवसर पर मौजूद विधायक गरौठा जवाहर सिंह राजपूत ने कहा कि जब से योगी की सरकार
बनी है तब से लगातार गरीबों और किसानों के लिए काम कर रही है।इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने
सामूहिक विवाह योजना शुरू की ताकि गरीब लोग भी अपने बेटे बेटियों का विवाह कम खर्च में कर
सकें।आमजन को सरकारी मदद से अपने परिवार के प्रति जिम्मेदारियों को पूरा करने में सहयोग के
लिए यह एक बेहद महत्वपूर्ण योजना है।
इस अवसर पर झांसी जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस के साथ
नगर आयुक्त पुलकित गर्ग ने बीकेडी का दौरा करके विवाह सूत्र में बंधने वाले जोड़ों को शुभकामनाएं
दी। विभिन्न जाति और धर्म के जोड़ों को जिलाधिकारी ने इस योजना के संबंध में जानकारी दी और
अन्य पात्र लोगों को भी योजना से लाभांवित करने के निर्देश दिये।