यूपी की बदली तस्वीर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में पिछले सात सालों में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी
(भाजपा) की डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में पिछले सात सालों में उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदली है
और दशकों से यहां व्याप्त रेड टेप कल्चर आज रेड कारपेट कल्चर में तब्दील हो चुका है। इंदिरा गांधी
प्रतिष्ठान में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के जरिये दस लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओ के शुभारंभ के मौके
पर मोदी ने कहा कि बीते सात वर्षों में यूपी में व्यापार, विकास और विश्वास का माहौल बना है। सात
आठ वर्ष पहले हम सोच भी नहीं सकते थे कि उत्तर प्रदेश में भी निवेश और नौकरियों को लेकर ऐसा
माहौल बनेगा।
चारों तरफ अपराध, दंगे, छीना-झपटी... यहीं खबरें आती रहती थी। उस दौरान अगर कोई
कहता कि यूपी को विकसित बनाएंगे तो कोई सुनने को भी तैयार नहीं होता, लेकिन आज देखिए लाखों-
करोड़ का निवेश उत्तर प्रदेश की धरती पर उतर रहा है।
उन्होंने कहा “ यूपी का सांसद होने के नाते मुझै सबसे ज्यादा आनंद होता है। हजारों परियोजनाओं पर
काम शुरु हो रहा है। ये जो उद्योग लग रहे है वो यूपी की तस्वीर बदलने वाले है। इसके लिये मै यहां
आये सभी निवेशकों को और विशेषकर यूपी के युवाओं को बधाई देता हूं।” श्री मोदी ने कहा कि बीते सात
वषो में यूपी में अपराध कम तो हुआ है, संस्कृति का विकास हुआ है। व्यापार विकास और विश्वास का
माहौल बना है।
डबल इंजन सरकार ने दिखाया है कि बदलाव की नीयत है तो उसे कोई रोक नहीं सकता
है। यूपी में एक्सपोर्ट दो गुना हो चुका है। बिजली उत्पादन की दिशा में उत्तर प्रदेश सबसे तेज गति से
काम से कर रहा है। यूपी वो राज्य है
जहां देश के सबसे ज्यादा एक्सप्रेस वे है। सबसे ज्यादा इंटरनेशनल
एयरपोर्ट है। देश की पहली रैपिड रेल यूपी में चल रही है। वेस्टर्न डेडीकेट रेल कारिडोर और ईस्टर्न
डेडीकेटेड रेल कारिडोर भी यूपी से होकर गुजरता है। इससे यूपी में आवाजाही आसान हो रही है।
ट्रांसपोर्टशन सस्ता हुआ है।
उन्होंने कहा कि आज दुनिया में कहीं भी जाये,वहां भारत को लेकर सकारात्मकता दिख रही है। हर देश
भारत की ग्रोथ इकोनामी को लेकर आश्वस्त है। भरोसे से भरा हुआ है। देश में मोदी की गारंटी की बहुत
चर्चा है मगर आज सारी दुनिया भारत को बेहतर रिटर्न की गारंटी मान रही है। श्री मोदी ने कहा कि
चुनाव के नजदीक लोग नये निवेश से बचते है लेकिन भारत ने यह धारणा भी तोड दी है। दुनिया भर के
निवेशकों को भारत की नीतियों पर पूरा भरोसा है। यही विश्वास लखनऊ में भी झलक रहा है। नये भारत
की बात करता हूं तो नयी सोच भी चाहिये। देश की आजादी के बाद दशकों तक कुछ लोगों की सोच थी
कि देश के नागरिकों को जैसे तैसे गुजारा कराओ, उन्हे हर मूलभूत सुविधा न मिले।
मध्यम वर्गीय की बात करते हुये मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने गरीबों के लिये चार करोड पक्के घर
बनाये है लेकिन शहरों रहने वाले मध्यम वर्गीय परिवारों को अपना आशियाना बनाने के लिये साठ हजार
करोड रुपये की मदद भी की है। शहरों में रहने वाले 32 लाख मध्यम वर्गीय परिवारों को ब्याज में छूट
मिली है। इनमें डेढ लाख परिवार यूपी के है। आयकर में छूट का लाभ भी मध्यम वर्गीय को मिला है।
2014 से पहले दो लाख रूपये की आय पर आयकर लगता है लेकिन अब सात लाख की आय पर
आयकर नहीं देना पड़ता। इससे मध्यम वर्गीय के हजारों करोड रुपये बचे है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन
सरकार का मकसद है कि कोई भी लाभार्थी सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। हमने यूपी में ईज आफ
लिविंग और ईज आफ डूइंग बिजिनेस पर समान बल दिया है। डबल इंजन सरकार का मकसद है कि
कोई भी लाभार्थी, किसी भी सरकारी योजना से वंचित न रहे।
श्री मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों में लोगों को अपने ही लाभ पाने के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगानी
पड़ती थी। एक खिड़की से दूसरी खिड़की तक भागदौड़ करनी पड़ती थी। अब हमारी सरकार खुद गरीब के
दरवाजे पर आ रही है।
जब तक हर लाभार्थी को उसका हक नहीं मिल जाता, हमारी सरकार शांत नहीं
बैठेगी। उन्होंने कहा कि शहरों में जो हमारे रेहड़ी-पटरी वाले भाई बहन होते हैं, उनके बारे में पहले किसी
ने नहीं सोचा। हमारी सरकार इन लोगों के लिए पीएम स्वनिधि योजना लेकर आई, अब तक देश भर के
रेहड़ी-पटरी वालों को 10 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जा चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि
यूपी में भारत का सबसे बड़ा टूरिज्म हब बनने का सामर्थ्य है। आज देश का हर व्यक्ति वाराणसी और
अयोध्या आना चाहता है।
हर दिन लाखों लोग इन स्थानों पर दर्शन के लिए आ रहे हैं। इस कारण यूपी
में छोटे उद्यमियों, एयरलाइन्स कंपनियों, होटल, रेस्टोरेंट वालों के लिए अभूतपूर्व अवसर बन रहे हैं। मैं
देश के सभी टूरिस्टों से आग्रह करता हूं कि आप जब टूर पर जाने के लिए बजट बनाएं, तो उसमें से
दस प्रतिशत बजट जिस जगह पर जा रहे हैं, वहां से कुछ न कुछ खरीदने के लिए रखें।