16 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक भूजल सप्ताह मनाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर भूजल स्तर को बढ़ाने एवं भूजल संरक्षण के उद्देश्य से डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में जनपद में 16 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक भूजल सप्ताह मनाया जा रहा है।
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डीएम के नेतृत्व में जनपद में 16 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक मनाया जा रहा है भूजल सप्ताह
Gautam budh nagar डीएम मनीष कुमार वर्मा के नेतृत्व में जनपद में 16 जुलाई से 22 जुलाई 2024 तक भूजल सप्ताह मनाया जा रहा है। जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा भूजल सप्ताह के दौरान की गई गतिविधियों की समीक्षा करते हुए कहा कि जल हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण घटक है और जल को सुरक्षित रखना हमारा नैतिक दायित्व है। भूजल के मनुष्य के जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से जल का दोहन न करें अपने दैनिक जीवन के क्रियाकलापों में जल की बचत करें।
समाज के सभी वर्गों को भूजल को बचाने के लिए आगे आना होगा और इसके बचाव के उपाय पर सबको मिलकर कार्रवाई करनी होगी, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को जल संकट से न जूझना पड़े। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने आसपास रहने वाले लोगों को भी जल संरक्षण के विषय में जागरूक बनाना चाहिए, ताकि लोगों के द्वारा अनावश्यक रूप से जल का दोहन न किया जाए। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को भूजल संरक्षण को लेकर शपथ भी दिलाई।
इस अवसर पर बैठक में उपस्थित विभिन्न एनजीओ के पदाधिकारियों ने जल संरक्षण हेतु की गई गतिविधियों के संबंध में पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से जिला अधिकारी को अवगत कराया, जिलाधिकारी ने एनजीओ के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि आगे भी इसी प्रकार से जल संरक्षण हेतु जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को जल संरक्षण हेतु जागरूक किया जा सके।
जिलाधिकारी ने जिला भूगर्भ जल विभाग के अधिकारियों से कहा कि भूजल संरक्षण में तालाबों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिए आपके स्तर से जिन परियोजनाओं को एनओसी जारी की जाती है, उनको एक-एक तालाब भी गोद दिया जाए, ताकि उनके माध्यम से भी तालाबों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण कार्य कराया जा सके। साथ ही निर्देश दिए कि बरसात का मौसम चल रहा है इसलिए भूगर्भ जल विभाग के अधिकारी गण विशेष अभियान चलाकर यह सुनिश्चित कर लें की सभी सरकारी भवनों एवं कार्यालय, हाई राइज सोसायटियों आदि में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम निरंतर कार्य कर रहे हैं। यदि किसी भी स्थान पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग सक्रिय नहीं पाया जाता तो संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाए।
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिए कि वह भी सभी स्कूलों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की जांच करें और यदि सक्रिय नहीं है तो उसको यथाशीघ्र सक्रिय करायें। साथ ही निर्देश दिए कि भूजल संरक्षण के उद्देश्य से स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में निबंध, लेखन प्रतियोगिता, रंगोली, नाटक एवं गोष्ठी आयोजित करते हुए स्कूली बच्चों के माध्यम से अधिक से अधिक जागरूकता फैलाई जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग भूजल को बचाने के लिए आगे आ सकें।
जिलाधिकारी ने भूगर्भ जल विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूजल संरक्षण की दिशा में लगातार कार्रवाई की जाए और जिनके द्वारा मानकों को नजरअंदाज करते हुए भूजल का दोहन किया जा रहा है, उनके विरुद्ध तत्काल नियमानुसार कठोरतम कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाना सुनिश्चित किया जाए।
इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला भूगर्भ जल अधिकारी अंकित राय, भूगर्भ जल विभाग से सृष्टि जैसवाल, जाफर अली , जिला विद्यालय निरीक्षक डॉक्टर धर्मवीर सिंह, संबंधित विभागों के अधिकारी गण एवं एनजीओ के पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।