नोएडा-गाजियाबाद में कहर बना प्रदूषण सांस लेना मुश्किल स्कूलों में बंद हुई आउटडोर एक्टिविटी
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है।
नोएडा-गाजियाबाद में कहर बना प्रदूषण सांस लेना मुश्किल स्कूलों में बंद हुई आउटडोर एक्टिविटी
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गाजियाबाद और नोएडा में ग्रैप-4 लागू हो गया है। ऐसे में दोनों ही शहरों में स्कूलों की आउटडोर एक्टिविटी बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। ऑनलाइन क्लास लेने की सलाह दी गई है। गाजियाबाद और नोएडा में सोमवार को पूरे दिन वातावरण में कोहरा छाया रहा। भयंकर स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी काफी कम रही। प्रदूषण क वजह से लोगों को आंखों, गले और सांसों की दिक्कत होने लगी है।
प्रदूषण की रोकथाम को लेकर प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, प्रशासन और पुलिस विभाग की जॉइंट टीम गठित की गई है। बताया गया कि ये टीमें रात में निर्माण साइटों का निरीक्षण करेंगी। दरअसल, शिकायत मिल रही थी कि रात में चोरी-छिपे निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा टीम शहर में लोगों को जागरूक करेगी कि किन-किन गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। साथ ही स्कूलों में सभी प्रकार की आउटडोर एक्टिविटी को बंद करने को कहा गया है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। वातावरण में धूल की परत जमी है। इससे खासकर अस्थमा के रोगियों को अधिक परेशानी हो रही है।
लोगों की आंखों से पानी तक निकल रहा है। इस स्थिति में ग्रेप-4 का सख्ती से पालन करने के लिए टीम का गठन किया गया है, ताकि लोगों को प्रदूषण से राहत मिले। प्राधिकरण ने बताया कि नोएडा में प्रदूषण की रोकथाम के लिए 55 स्प्रिंकल टैंकर लगाए गए हैं। इसके अलावा 104 एंटी स्मॉग गन, रोजाना 12 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन से सड़कों की साफ-सफाई, 70 डिफाल्टरों पर 27 लाख का जुर्माना तक लगाया जा चुका है। इसके अलावा 1,500 से ज्यादा बार निरीक्षण किया गया।
इसके बाद भी नोएडा में एक्यूआई का इंडेक्स कम नहीं हो रहा है। लिहाजा अब रात में भी पेट्रोलिंग की जाएगी। डीएम मनीष वर्मा ने प्राधिकरण एवं नगर निकायों के अधिकारियों से कहा कि जनपद में सड़कों पर निरंतर पानी का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराया जाए। जहां कहीं भी कूड़ा करकट जलाने की घटना सामने आ रही है, वहां भारी भरकम जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि जनपद के सभी स्कूलों में निर्देश जारी किए जाएं कि स्कूलों के आसपास धूल या मिट्टी न रहे।
रोजाना स्कूलों में पानी का छिड़काव कराया जाए और स्कूलों में सभी आउटडोर एक्टिविटी बंद रखें।