गाजियाबाद में आज से फिर हाइब्रिड मोड में स्कूल AQI 403 पार डीएम ने जारी किए नए आदेश
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर 400 पार होने पर ग्रैप-4 लागू कर दिया
गाजियाबाद में आज से फिर हाइब्रिड मोड में स्कूल AQI 403 पार डीएम ने जारी किए नए आदेश
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर 400 पार होने पर ग्रैप-4 लागू कर दिया गया। काफी समय बाद जिले का एक्यूआई 403 के रेकॉर्ड किया गया। मंगलवार को दिल्ली के बाद गाजियाबाद देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा। ग्रैप-4 के लागू होने के बाद डीएम ने जिले में 12वीं तक की क्लासेज को हाइब्रिड मोड में संचालित करने का आदेश दिया है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि जब तक ग्रैप लागू रहेगा तब तक क्लासेज को हाइब्रिड मोड में ही रखा जाएगा।
डीएम ने कहा है कि इस संबंध में सभी स्कूल को निर्देश दे दिया गया है। इसमें अभिभावक के पास यह विकल्प रहेगा कि वह बच्चों को स्कूल भेजें या फिर ऑनलाइन क्लासेज करवाएं। प्रदूषण के चलते हाइब्रिड मोड में चलने वाले क्लासेज में बोर्ड परीक्षा वाले स्टूडेंटों को बाहर रखा गया है। 10वीं और 12वीं के स्टूडेंटों को हाइब्रिड मोड में क्लासेज नहीं लगेगी। उनकी क्लासेज रुटीन की तरह ही चलती रहेगी। बाकी सभी कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में किया गया है। वहीं, दिन भर आसमान में धुंध छाई रही। बाहर निकलने वाले लोगों को बहुत अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा।
शहर के बड़े प्रॉजेक्ट जरूर बंद हैं, लेकिन कॉलोनियों के अंदर चलने वाले निर्माण कार्य अभी तक नहीं बंद हुए हैं। घरों का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके अलावा पॉलिशिंग और प्रदूषण फैलाने वाले अन्य काम भी तेजी के साथ चल रहे हैं। दूसरी तरफ टूटी सड़क से उड़ने वाली धूल को रोकने की दिशा में भी काम नहीं हो रहा है। पानी का छिड़काव भी नहीं किया जा रहा है। पेड़-पौधे पर भी पानी का छिड़काव किया जाता है, लेकिन इस दिशा में किसी भी एजेंसी की तरफ से कोई खास प्रयास नहीं हो रहा है।
ग्रैप-4 के लागू होने के बाद 50 फीसदी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम दिए जाने का फैसला प्रदेश सरकार पर छोड़ दिया गया है। फिलहाल जिले में इस दिशा में कोई फैसला नहीं लिया गया है। स्कूल को बंद किए जाने समेत अन्य तरह के जरूरी फैसले भी प्रदेश सरकार पर छोड़ दिया गया है।
सेंट्रल फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट की तरफ से ग्रैप-4 लागू होने पर पब्लिक से मास्क पहनकर बाहर निकलने की अपील की गई है। बच्चे और बुजुर्ग जिन्हें सांस से जुड़ी हुई समस्या है वह बाहर तभी निकलें जब जरूरी हो। कोशिश करें घर के अंदर ही रहें। वहीं दूसरी तरफ अचानक प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी से अस्पतालों में सांस के मरीज भी बढ़े हैं।जिले के चार प्रदूषण मापने के सेंटरों में इंदिरापुरम का एक्यूआई सबसे अधिक रहा। इंदिरापुरम का एक्यूआई 448 रेकॉर्ड किया गया जबकि लोनी का 424, संजय नगर का 354 और वसुंधरा का 380 रहा। बताया जा रहा है
कि बुधवार को प्रदूषण स्तर में कुछ गिरावट आ सकती है। खतरनाक स्तर से यह बहुत खराब की श्रेणी में पहुंच सकता है। वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया।