देश में जल संकट से निपटने के लिए आईआरएस अफसर उज्ज्वल चव्हाण हुए जल प्रहरी समारोह में सम्मानित
आईआरएस उज्ज्वल चव्हाण काफी लंबे वक्त से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं एवं किस प्रकार से भू-जल को संरक्षित किया जा सकता है
नई दिल्ली: दुनिया भर के राष्ट्र जहां जल संकट को लेकर सेनेगल में वर्ल्ड वाटर समिट में मिलकर विमर्श कर रहे हैं तो वहीं भारत को जल आत्मनिर्भर बनाने के लिए विमर्श का आयोजन 30 मार्च, 2022 को देश की राजधानी, दिल्ली में किया गया।
जल आत्मनिर्भर भारत प्रयास एवं चुनौतियां, विषय पर जल शक्ति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत की मौजूदगी में जलपुरूष श्री राजेंद्र सिंह सहित देश भर के जल संरक्षकों ने चर्चा की। इसके साथ ही देश भर के जल संरक्षण करने वाले जल प्रहरी भी सम्मानित किए गए। कार्यक्रम में मुंबई के आयकर विभाग के संयुक्त आयुक्त आईआरएस अफसर उज्ज्वल चव्हाण को भी सम्मानित किया गया।
आईआरएस उज्ज्वल चव्हाण काफी लंबे वक्त से जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं एवं किस प्रकार से भू-जल को संरक्षित किया जा सकता है उसको लेकर नए नए एक्सपेरिमेंट्स को इजाद करने में मदद कर रहे हैं। 2017 में उन्होंने जलगांव से एक कार्यक्रम शुरू किया जिसमें 208 करोड़ लीटर पानी का रिजर्वायर को बनवाने, 45000 पेड़ों को लगवाना जैसे कार्य शामिल है।
सिर्फ इतना ही नहीं आईआरएस उज्ज्वल चव्हाण की जिंदगी का मकसद है कि किस प्रकार भू - जल को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुयोजित ढंग से संरक्षित कर के रखा जाए। उनका सपना है चालीसगांव तहसील में 500 करोड़ लीटर का पानी संरक्षित करने के लिए रिजर्वायर बनाना, भू जल को 10 फीट तक ऊपर लाना और खेती के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध करवाना है।
कार्यक्रम का आयोजन सरकारी जल प्रहरी समारोह के संयोजक अनिल सिंह ने बताया कि समारेाह में हिस्सा लेने वाले कई जल प्रहरी ऐसे हैं जिनके नवीन उपयोग, उपकरण, प्रयोग, पारंपरिक तौर तरीके अनूठे हैं और लाखों लीटर पानी बचा रहे हैं।
इस वर्ष चयन समिति के प्रमुख पूर्व मुख्य न्यायाधीश एवं मौजूदा राज्यसभा सांसद रंजन गोगोई रहें और कार्यक्रम में दिल्ली के सांसद श्री मनोज तिवारी, राज्यसभा सांसद श्री विजय पाल सिंह तोमर ने शिरकत की।