विश्व उर्दू दिवस पर उर्दू अकादमी ने सजाई शायरों की महफ़िल

कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री माननीय ब्रजेश पाठक जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर के किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि उर्दू के बिना हिंदी अधूरी है, उर्दू जबान हमारी संस्कृति में रची बसी

विश्व उर्दू दिवस पर उर्दू अकादमी ने सजाई शायरों की महफ़िल

 दिनांक 10 नवंबर 2021 को विश्व उर्दू दिवस पर स्थानीय उर्दू अकादमी प्रेक्षागृह में उर्दू अकादमी द्वारा मुशायरे का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री माननीय ब्रजेश पाठक जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर के किया। इस अवसर पर अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि उर्दू के बिना हिंदी अधूरी है, उर्दू जबान हमारी संस्कृति में रची बसी है और हमारी सरकार उर्दू के विकास के लिए सतत प्रयासरत है।

मुशायरे मं आमंत्रित शायरों में मखमूर काकोरवी ने सुनाया

”अगर जलाए नहीं हमने दोस्ती के चराग़़

रहेंगे खतरे में हर वक्त ज़िंदगी के चराग़”

डा0 अज़ीज़ खैराबदी ने सुनाया

”इसमें शामिल है रूहे गंगो जमन

एकता का निशान है उर्दू”

प्रो0 आलम आज़मी के संचालन में देर रात तक चले इस मुशायरे में डा0 अज़ीज खैराबादी, मिसदाक़ आज़मी, सग़ीर नूरी, हसन काज़मी, इरफान लखनवी, तशना आज़मी, मुईन रहबर, अभिषेक शुक्ला, आफताब असर टांडवी, सलमा हिजाब, सलीम ताबिश, सईद अहमद संदीलवी, यासमीन अज़हर रिदा, शहरयार जलालपुरी और पपलू लखनवी ने अपनी रचनाऐं सुनाई।

इस अवसर पर अकादमी के चेयरमैन चौधरी कैफ़ुल वरा और सचिव ज़ुहैर बिन सग़ीर के साथ ही अकादमी कार्यकारणी के सदस्य डा0 रिज़वाना, शादाब आलम व राजा का़सिम भी उपस्थित रहे।