सांसद संजय सिंह के घर ईडी की छापेमारी

‘आप’’ सांसद संजय सिंह के घर पर बुधवार को ईडी द्वारा छापेमारी किए जाने पर आम आदमी पार्टी ने भाजपा और मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि संजय सिंह के घर पर ईडी की छापेमारी एक हारते हुए आदमी की आखिरी कोशिश है।

सांसद संजय सिंह के घर ईडी की छापेमारी

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले एक साल से हम लोग देख रहे हैं कि इन्होंने तथाकथित शराब घोटाला शोर कर रखा है। अभी तक एक हजार से अधिक जगहों पर छापेमारी हो चुकी है और कई लोगों को गिरफ्तार कर चुके हैं, लेकिन इनको एक भी रुपए नहीं मिला है। कहीं कोई रिकवरी नहीं हुई है। हमारे खिलाफ ये बहुत सारे आरोप लगा चुके हैं। कभी कहते हैं कि क्लासरूम घोटाला हो गया है, कभी बसों की खरीद में घोटाला होने की बात कहते हैं, तो कभी कहते हैं कि सड़क, बिजली और पानी में घोटाला हो गया है। हर चीज में में इन्होंने जांच करा ली है। 

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की भी पिछले एक साल से जांच चल रही है। अभी तक तो कुछ मिला नहीं है। संजय सिंह के यहां भी कुछ नहीं मिलने वाला है। इन लोगों को लगता है कि 2024 के चुनाव में ये हारने वाले हैं। इसलिए यह छापेमारी एक हारते हुए आदमी की आखिरी कोशिशें नजर आ रही हैं। कल पत्रकारों के उपर छापेमारी हुई तो आज संजय सिंह के उपर हो गई। अभी चुनाव तक कई और लोगों पर छापेमारी हो सकती है। 

सुप्रीम कोर्ट से मनीष सिसोदिया की जमानत मिलने की संभावना पर ‘‘आप’’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया के साथ करोड़ों लोगों की दुआएं हैं। करोड़ों बच्चों और करोड़ों पैरेंट्स की दुआएं हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से न्याय होगा।

उधर, ‘‘आप’’ सांसद संजय सिंह के आवास पर ईडी की छापेमारी पर दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पिछले 15 महिनों से ईडी-सीबीआई की जांच, छापेमारी चल रही है। मेरे ख्याल से पूरे देश भर में एक हजार से अधिक छापेमारी हो चुकी है। कई लोगों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन आज तक एक चवन्नी नहीं मिली। यह इस बात का संकेत दे रहा है कि भाजपा और प्रधानमंत्री अगला चुनाव हार रहे हैं। सारी रिपोर्ट इसका संकेत दे रही हैं। हार की बौखलाहट है, जिसके चलते आज संजय सिंह के यहां छापेमारी हो रही है। 3 अक्टूबर को जिस तरह से पत्रकारों पर हुआ, वह भी इसी का संकेत दे रहा है कि किसी तरह से जो भी सत्ता के खिलाफ आवाज है, उसको डरा-धमका कर छापे मारकर चुप करा दिया जाए। मुझे लगता है कि यह राजनीति लोकतंत्र के खिलाफ है। भाजपा को जनता पर भरोसा होना चाहिए। एजेंसियों का दुरुपयोग कर लोगों की आवाज बंद कर आप चुनाव जीत जाएंगे, ऐसा इतिहास कभी नहीं बताता।

वहीं, दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री आतिशी का कहना है कि पिछले 15 महीने से तथाकथित आबकारी घोटाले में सीबीआई-ईडी जांच कर रही है। इन्होंने ईडी-सीबीआई के सैकड़ों अफसर लगा दिए, कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया, उनको टॉर्चर कर लिया, लेकिन अभी तक एक रुपए का भ्रष्टाचार केंद्र सरकार और उनकी सारी एजेंसियां साबित नहीं कर पाई हैं और उसका सबूत नहीं दे पाई हैं। यह ये दिखाता है कि भाजपा को आम आदमी पार्टी से डर लगता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पता है कि आगामी लोकसभा चुनाव को भाजपा हार रही है। इस हार की बौखलाहट और डर में चाहे ‘‘आप’’ के नेताओं या पत्रकारों छापेमारी करनी हो या टीएमसी के एमपी को घसीट कर लेकर जाना हो, ये भाजपा की केंद्र सरकार कर रही है। मैं दावे के साथ कह सकती हूं कि जिस तरह 15 महीने की जांच में एक चवन्नी भी घोटाले का सबूत नहीं मिला, वैसे ही वो संजय सिंह के घर, गांव और दफ्तर में एक नहीं, दस बार छापेमारी कर लें, लेकिन संजय सिंह के पास भ्रष्टाचार का एक भी पैसा नहीं मिलेगा।

दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह एक ऐसा काल्पनिक घोटाला है, जिसकी पिछले 15 महीने से छानबीन चल रही है। ईडी- सीबीआई अब तक कम से कम एक हजार छापेमारी कर चुकी है, लेकिन एक रुपए का घोटाला नहीं मिला है। अब कहा जा रहा है कि संजय सिंह भी इस काल्पनिक घोटाले में शामिल हैं, लेकिन संजय सिंह के यहां से भी कुछ नहीं मिलेगा। इनके सूत्र अवश्य कहेंगे कि काफी कुछ मिला है, लेकिन कोर्ट के सामने जब जाएंगे तो कहेंगे कि कुछ नहीं मिला है। यह एक सच्चाई है कि भाजपा आगामी लोकसभा चुनाव हार रही है। उनमें निराशा है। इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी की यह एक आखिरी कोशिश है कि किसी भी तरह से वो एक बार फिर प्रधानमंत्री बन जाएं, लेकिन आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से सवाल पूछती रहेगी।

ईडी की चार्जशीट में नाम को लेकर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उन्होंने पहले भी चार्जशीट में संजय सिंह का नाम डाला था। फिर बोले कि गलती से नाम डाल दिया। इस पर संजय सिंह ने मानहानि का नोटिस भी दिया था। ये किसी भी आरोपी को कह दें कि तुम्हारी सजा माफ कर दें तो वो गवाह बन जाएगा। जेल के अंदर लोगों को टॉर्चर किया जा रहा है, मारपीट की जा रही है। झूठे बयान देने के लिए डराया, धमकाया और मारापीटा जा रहा है। ये सारी बातें कोर्ट के सामने भी आ चुकी हैं।

‘‘आप’’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ का कहना है कि तथाकथित आबकारी मामले की जांच करते हुए 15 महीने हो चुके हैं। पिछले बार जब ईडी ने संजय सिंह का नाम लिया था, तो बाद में उसको लिखित माफी मांगनी पड़ी थी। 15 महीने में जेल के अंदर लोगों को टॉर्चर किया गया, लेकिन एक चवन्नी नहीं निकली। यह सबसे बड़ा प्रमाण है कि यह निम्न स्तर की राजनीति है। यह एक बदले की राजनीति है जो एक निराश व्यक्ति का प्रयास है। पिछले 15 महीनों में कई लोगों को जेलों में प्रताड़ित किया गया, लेकिन कुछ नहीं मिला. इससे साबित होता है कि यह बदले की राजनीति है।