26/11 की 16वीं बरसी अमित शाह ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों की आज 16वीं बरसी है। केंद्रीयगृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
26/11 की 16वीं बरसी अमित शाह ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों की आज 16वीं बरसी है। केंद्रीयगृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “साल 2008 मेंआज ही के दिन मुंबई में कायर आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्या कर मानवता को शर्मसारकिया था। 26/11 के मुंबई हमलों में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों कोभावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और अपना जीवन गंवाने वाले लोगों को नमन करता हूं।”
उन्होंने आगे लिखा, “आतंकवाद समूची मानव सभ्यता के लिए कलंक है। आतंकवाद के खिलाफ मोदीसरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति को पूरे विश्व ने सराहा है और आज भारत आतंक विरोधी पहलोंमें विश्व में अग्रणी बना है।”उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा, “26/11 मुंबई आतंकी हमले में असमयकाल कवलित हुए नागरिकों एवं मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान देने वालेमां भारती के वीर सपूतों को कोटि-कोटि नमन। आपका अदम्य साहस और बलिदान हम सभी कोराष्ट्र की सेवा और सुरक्षा के प्रति सदा प्रेरित करता रहेगा।”
कांग्रेस ने भी इस अवसर पर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “हम 26/11 के भीषणमुंबई आतंकी हमले के सभी शहीदों और पीड़ितों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिसने2008 में पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। हम हमेशा दुश्मनों के सामने मजबूती से खड़े रहे हैंऔर हम अपने देश पर निर्देशित सभी प्रकार के आतंक और खतरों से लड़ने की प्रतिज्ञा करते हैं।”बता दें, 26/11 के हमले ने मुंबई को उस वक्त हिलाकर रख दिया था, जब पाकिस्तान केआतंकवादियों ने मुंबई के प्रमुख स्थानों जैसे ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल, सीएसटी रेलवेस्टेशन और नरीमन हाउस पर हमला किया था। इस हमले में 150 से ज्यादा निर्दोष लोग मारे गएथे और सैकड़ों लोग घायल हुए थे।
भारतीय सुरक्षाबलों और पुलिस ने अपनी जान की बाजी लगाकरहमलावरों को मार गिराया था। इसमें से एक अजमल कसाब को जिंदा पकड़ने में सुरक्षाबल कामयाबरहे थे। जिसे लंबे ट्रायल के बाद 21 नवंबर 2012 में फांसी की सजा दी गई।