कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में त्रिदिवसीय वार्षिक पाटोत्सव एवं होली महोत्सव धूमधाम से प्रारम्भ

वृन्दावन।छटीकरा रोड़ स्थित श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में ठाकुर श्री राधिका बिहारी जू महाराज का त्रिदिवसीय वार्षिक पाटोत्सव एवं होली महोत्सव

कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में त्रिदिवसीय वार्षिक पाटोत्सव एवं होली महोत्सव धूमधाम से प्रारम्भ

कपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में त्रिदिवसीय वार्षिक पाटोत्सव एवं होली महोत्सव धूमधाम से प्रारम्भ

वृन्दावन।छटीकरा रोड़ स्थित श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम में ठाकुर श्री राधिका बिहारी जू महाराज का त्रिदिवसीय वार्षिक पाटोत्सव एवं होली महोत्सव विभिन्न धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ प्रारंभ हो गया है।

महोत्सव का शुभारंभ महामंडलेश्वर साध्वी राधिका साधिका पुरी जटा वाली मां ने ठाकुर राधिका बिहारी जू महाराज एवं अपने सदगुरुदेव ब्रह्मलीन स्वामी कपिलानन्द महाराज ,ब्रह्मलीन साध्वी गोपी वाला मां व ब्रह्मलीन स्वामी गोकुलानंद महाराज आदि के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व पूजन-अर्चन करके किया।साथ ही उन्होंने कहा कि श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम लगभग 92 वर्ष पुराना है।यह श्रीधाम वृन्दावन का अत्यंत प्राचीन व ऐतिहासिक स्थल है।यहां के पूर्ववर्ती संतों ने अत्यंत घनघोर व कठिन भगवद साधना करके असंख्य व्यक्तियों का कल्याण किया है।

महोत्सव के समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि श्रीकपिल कुटीर सांख्य योग आश्रम की संस्थापक ब्रह्मलीन साध्वी गोपी वाला मां परम् वीतरागी, भजनानंदी, विरक्त एवं निस्पृह संत थीं।प्राचीन काल में इस स्थान पर घोर जंगल था।हिंसक प्रवृत्ति के पशु यहां विचरण किया करते थे।जिनके द्वारा आए दिन कोई न कोई हादसा हो जाता था।इस सब के मध्य भी साध्वी गोपी वाला मां ने यहां रहकर घोर भगवद साधना की।


अपराह्न ठाकुर राधिका बिहारी जू महाराज की दिव्य व भव्य शोभायात्रा समूचे नगर में अत्यंत धूमधाम व गाजे बाजे के साथ निकाली गई।जिसमें ब्रह्मलीन स्वामी कपिलानंद महाराज,ब्रह्मलीन साध्वी गोपी वाला मां, ब्रह्मलीन स्वामी गोकुलानंद महाराज आदि के चित्रपट शोभायात्रा की शोभा बढ़ा रहे थे।कई बैंडों के द्वारा भक्ति रस से सराबोर भजनों व पदों का एवं होली के रसियों का सुमधुर गायन हो रहा था।महिलाएं सोलह श्रृंगार करके अत्यंत नयनाभिराम व चित्ताकर्षक नृत्य कर रहीं थीं।शोभायात्रा का नगर वासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर व आरती उतारकर भव्य स्वागत किया।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानन्द महाराज,स्वामी भुवनानंद महाराज, डॉ. राधाकांत शर्मा, स्वामी आत्मानंद महाराज,अजय त्रिपाठी, स्वामी परमानंद महाराज,आशानन्द शास्त्री, उपस्थित रहे।