भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने जेवर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा

19जुलाई को सावोता अंडर पास पर विभिन्न मांगों को लेकर होने वाली पंचायत को लेकर भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने जेवर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया

भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने जेवर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा

[संवाददाता, राजा मौर्य]

( *गौतमबुद्ध नगर* )-कल दिनांक 15जुलाई को तहसीलदार को तहसील जेवर में 19जुलाई को सावोता अंडर पास पर होने जा रही पंचायत को लेकर ज्ञापन सौंपा गया सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे 

 जेवर क्षेत्र के किसानों की समस्याओं के संबंध में। 

(1) जेवर बाई पास का निर्माण किया जाए ताकि जेवर जाम की समस्या का निस्तारण हो सके

(2) जेवर कस्बे का सीमा विस्तार किया जाए। 

(3) जेवर में बन रहे डिग्री कालेज के निर्माण में तेजी लाई जाए। 

(4) यमुना एक्सप्रेस वे के किसानों का अतिरिक्त मुआवजा व आवासीय प्लाट को किसानों को जल्द से उपलब्ध कराया जाए। 

(5) यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में एक स्किल यूनिवर्सिटी व ई एस आई अस्पताल का निर्माण कराया जाए। 

(6) जेवर से दयानतपुर सडक की मरम्मत कराई जाए। 

(7) जेवर सरकारी अस्पताल में विद्युत की समस्या आ रही है उसका निस्तारण तुरंत कराई जाए। 

(8) यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में चल रही कंपनियों में सर्त के अनुसार उन किसान परिवार के युवाओं को रोजगार सर्वप्रथम दिया जाए जिनकी जमीन 2009 से लेकर 2011तक संपूर्ण जमीन अधिग्रहण कर ली गई थी। 

(9) शासन आदेश जून 2011के अनुसार लघु एवं सीमांत व भूमि हीन किसानों को न्यूनतम वेतन पांच वर्ष का अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है सभी किसानों का हक दिलाया जो कि आज से लगभग 10वर्ष पहले मिल जाना चाहिए था। 

(10) जेवर एयरपोर्ट के प्रथम चरण के बहुत से किसानों को अभी तक आर एण्ड आर का लाभ नहीं मिल पाया है और न ही उनके बालिग परिवार को मिल पाया है हालांकि यह जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है परन्तु आप भी जेवर एयरपोर्ट के सीईओ हैं और प्रथम चरण के बहुत से किसानों ने आपके अनुरोध पर ही सहमति दी थी और आपके ही अनुरोध पर प्रथम चरण के किसानों ने सहयोग किया था अब उनका हक उनको नहीं मिल पा रहा है तो सर्वप्रथम आपकी जिम्मेदारी बनती है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में जिला प्रशासन की बेरुखी लाई जाए और उनका हक उनको और उनके परिवार को दिलाया जाए जबकि आज से लगभग दो वर्ष पूर्व मिल जाना चाहिए था। 

 (12) आंदोलन के बाद भी वार्ता करके मेज पर आमने सामने बैठ कर समस्याओं का समाधान होता है तो हम चाहते हैं आंदोलन न करना पडे इसलिए अपर जिला अधिकारी भूमि अधिग्रहण, जेवर व सदर उपजिला अधिकारी व जिला अधिकारी के साथ आपके नेतृत्व में एक किसान प्रति निधी मंडल की वार्ता सुनिश्चित की जाए। 

(12) जिलाधिकारी महोदय जी से शिफारिश कर गौतम बुद्ध नगर के कृषि भूमि का सर्किल रेट बढवाने की कृपा की जाए तथा जमीनों के मुआवजा राशि में वृद्धि की जाए। 

(13) यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में जितने भी शमशान हैं उन सभी में बिजली और सफाई की व्यवस्था की जाए। 

(14) अभी जेवर ब्लॉक के सभी गाँव की परिवार रजिस्टर की नकल उपलब्ध नहीं है। विषेश कर जो गाँव प्राधिकरण क्षेत्र में आते हैं। 

(15) यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के गाँव के लिए मुर्दा मवेशी के लिए स्थान चिन्हित किया जाए तथा मुर्दा मवेशी का ढेका छोड़ दिया जाए। 

(16) ग्राम पारसौल के जर्जर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का ध्वसती करण कराया जाए। 

जेवर एयरपोर्ट के प्रथम, द्वितीय, तृतीय और चौथे चरण के किसानों की सभी मांगों को पूरा किया जाए तथा आवासीय प्लाट की व्यवस्था यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण की तर्ज़ पर अलग से दिया जाए। और तीनों प्राधिकरण का मुआवजा एक समान करते हुए। जेवर एयरपोर्ट के किसानों के मुआवजे में भी वृद्धि की जाए। 

(17) जितने भी गाँव यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र के आते हैं उन गांवों में की समस्त समस्या जो भी हैं या जिस विभाग से भी संबंधित हैं उनका निस्तारण यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विभागों को पत्राचार द्वारा या विभाग के समक्ष अधिकारी द्वारा वार्ता करा कर निस्तारण कराया जाए। क्योंकि हर विभाग यह कहकर पीछा छुडा लेते हैं कि प्राधिकरण का गाँव है। इसलिए प्राधिकरण को बताओ। 

(18) यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में पडने वाले गाँव में प्रत्येक परिवार के मकानों की मकानी घरोणी की तर्ज़ पर जल्दी से जल्दी शासन आदेश जारी कराकर और बोर्ड में पास कराकर बनवाने का काम शुरू कर दिया जाए। क्योंकि भले ही यीडा महानगर घोषित हो गये हैं परंतु आज भी वो गाँव ही हैं। 

(19) वैसे तो आज भी गाँव हैं परंतु सुविधा काटने के नाम पर महानगर जैसे सर्किल रेट, मुआवजा राशि आवादी शिफ्ट में तो गाँव का नियम लागू है और घरोंनी आदि की सुविधा देने पर महानगर। ऐसा क्यों? 

(20) यमुना हाईवे के किनारे किनारे जब तक सर्विस रोड़ तैयार न हो तब तक ट्रैक्टर यमुना हाईवे पर बंद न किये जाएं और आगरा तक सर्विस रोड़ जल्द से जल्द बनाने का काम शुरू कर दिया जाए। 

(21) विद्युत विभाग को अवगत कराया जाए कि जब बारिश के समय में शहर की बिजली नहीं जाती है तो फिर खराब मौसम में गाँव की बिजली क्यों काट दी जाती है। ऐसा क्यों? 

(21) यमुना हाईवे के टोल रेम्प जेवर पर जेवर ब्लॉक के किसानों को तहसील और ब्लॉक या अन्य किसी काम से या जेवर एयरपोर्ट व प्राधिकरण को जमीन देने के लिए फाईल तैयार कराने आदि के कामों से अधिक आना जाना लगा रहता है तो इसलिए जब तक सर्विस रोड़ तैयार न हो टोल रेम्प जेवर को निशुल्क किया जाए। 

(22) जिन किसानों की जमीन जेवर एयरपोर्ट में या यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के द्वारा अधिग्रहित कर ली गई या सहमति के द्वारा ले ली गई है उन सभी किसानों के बालिग परिवार को कामर्शियल प्लाट व दुकान नो प्राफिट नो लोश की तर्ज़ पर जैसे जमीन का 7℅ आवसीय प्लाट देने की व्यवस्था की गई थी उसी तर्ज़ पर प्राधिकरण अपने किसानों के जीवन यापन हेतु रोजगार की व्यवस्था की जिम्मेदारी प्राधिकरण की ही बनती है क्योंकि रोजगार छीनना आसानहै है परंतु देना बहुत आसान नहीं इसलिए कामर्शियल प्लाट और दुकान निशुल्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए ताकि संपूर्ण जमीन अधिग्रहण हो जाने के बावजूद उस परिवार को जीवन यापन में समस्या पैदा न हो तो उनके लिए अलग से योजना बोर्ड में पास करा कर लाई जाए। 

(23) जो किसानों ने भूल वश या अज्ञानता वश अपना मूल मुआवजा नहीं ले पाए थे और उनका एवार्ड मूल मुआवजा से कम पर कर दिया गया और आज अपर जिला अधिकारी भुमि अधिग्रहण के कार्यालय से उस समय के मुआवजा राशि से कम उपलब्ध हो रहा है 11/1और11/2 के अंतर धन राशि के अंतर को बोर्ड में पास कराया जाए। क्योंकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पहले से ही यह नियम बोर्ड में पास कराकर लागू करा दिया गया है। 

(24) पुस्तैनी और गैर पुस्तैनी के भेद भाव को समाप्त किया जाए। 

(25) अधिग्रहण की गई और पुनर्गहण की गई सभी आवादी जो कि प्राधिकरण के कब्जे प्राप्त में हैं उनका निस्तारण किया जाए और शिफ्टिंग व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू किया जाए अन्यथा पुरानी आवादी को जो जहाँ है उसको वहीं पर स्थापित किया किया जाए जो जहाँ है। 

(26) आवासीय योजना कम और औद्योगिक योजना पर अधिक जोर दिया जाए ताकि रोजगार व्यवस्था हो सके। 

(27) प्रस्तावित छ: नये थानों का निर्माण तुरंत कराया जाए। 

(28) इसटर्न पैरीफैरल पर यमुना हाईवे से उतरने व चढने की व्यवस्था जल्द से जल्द कराई जाए। 

(29) जेवर पर एक अंतर्राष्ट्रीय बस अड्डा पास कराया जाए।