Delhi-NCR का सबसे बड़े ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार
नई दिल्ली। लंबे इंतजार के बाद अब मंगोलपुरी में दिल्ली-एनसीआर का सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार हो गया है। यहां 362 बेड्स की सुविधा होगी और आधुनिक उपकरणों की मदद से मरीजों को इलाज मिलेगा।
Delhi-NCR का सबसे बड़े ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार
New delhi :- लंबे इंतजार के बाद अब मंगोलपुरी में Delhi-NCRका सबसे बड़ा ट्रॉमा सेंटर बनकर तैयार हो गया है। यहां 362 बेड्स की सुविधा होगी और आधुनिक उपकरणों की मदद से मरीजों को इलाज मिलेगा। 15 जून को पीडब्ल्यूडी ट्रॉमा सेंटर को अस्पताल प्रशासन को हैंडओवर करेगा। अधिकारियों का दावा है कि उसके बाद जल्द ही ट्रॉमा सेंटर शुरू किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में 362 बेड्स के ट्रॉमा सेंटर का खाका तैयार किया गया और 2019 सितंबर में इसका शिलायान्स किया गया। अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर का निर्माण दो साल में पूरा करने का दावा किया गया था, लेकिन निर्धारित समय तक काम पूरा नहीं हो सका। इसके बाद 30 जून 2023 को काम पूरा करने की बात कही गई, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। इसके बाद फिर 30 सितंबर 2023 की डेडलाइन दी गई। लेकिन फिर भी काम पूरा नहीं हो सका। अस्पताल के एमएस डॉ. एस.के. काकरान ने बताया कि इसी महीने 15 जून को पीडब्ल्यूडी ट्रॉमा सेंटर को हैंडओवर करेगा। उसके बाद इसे शुरू करने पर विचार किया जाएगा। उम्मीद है कि यह जल्द शुरू हो। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती अंडर प्रोसेस है।
जानकारी के मुताबिक इस सेंटर में न्यूरो सर्जरी, कार्डियक सर्जरी, फेशियल सर्जरी के अलावा कई सुपर स्पेशिएलिटी सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा 6 ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। साथ ही एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी सारी आधुनिक जांच सुविधाएं उपलब्ध होगी। यहां इक्विपमेंट, बेड्स और अन्य सुविधाओं के लिए काम चल रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, अस्पताल में अभी केवल 8 बेड की आईसीयू की सुविधा है, लेकिन ट्रॉमा सेंटर शुरू होने के बाद यहां 100 आईसीयू बेड की संख्या और बढ़ जाएगी।
जानकारों की मानें तो ट्रॉमा सेंटर के शुरू होने के बाद मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, बुध विहार, विजय विहार, पूठ कलां, रोहिणी, किराड़ी, नांगलोई, पश्चिम विहार, रानी बाग, पीतमपुरा, बादली, शाहबाद डेयरी, रिठाला, बवाना, नरेला, कंझावला, अवंतिका, बेगमपुर, रामा विहार, टिकरी और आसपास के अन्य एरिया के लोगों को अब इमरजेंसी में अन्य अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा।