सनातन गौरव सम्मान" से सम्मानित हुये श्रीहरिदास पीठाधीश्वर आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी
वृन्दावन।रमणरेती मार्ग-हनुमान बाग स्थित मुक्तानन्द चित्र वीथी में श्रीहरिदास पीठाधीश्वर, इतिहासकार आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी महाराज का सम्मान किया गया।

सनातन गौरव सम्मान" से सम्मानित हुये श्रीहरिदास पीठाधीश्वर आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी
वृन्दावन।रमणरेती मार्ग-हनुमान बाग स्थित मुक्तानन्द चित्र वीथी में श्रीहरिदास पीठाधीश्वर, इतिहासकार आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी महाराज का सम्मान किया गया।यह सम्मान उन्हें मुक्तानन्द चित्र वीथि के संस्थापक व विश्वविख्यात चित्रकार द्वारिका आनंद ने प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंग वस्त्र एवं ठाकुरजी का पटुका-प्रसादी-माला आदि भेंट कर "सनातन गौरव" की उपाधि से अलंकृत किया गया।
चित्रकार द्वारिका आनंद ने इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी द्वारा विगत चार दशकों से अनवरत रूप से काव्य, साहित्य, संगीत, समाज व संस्कृति के क्षेत्र में किये जा रहे अनेकानेक उल्लेखनीय सेवाकार्यों की सराहना की।साथ ही उन्होंने कहा कि इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी महाराज सच्चे संस्कृति सेवी हैं। उनके द्वारा इतिहास, कविता, आलेख, साहित्य संबंधित अनेक ग्रंथों का लेखन - सम्पादन - प्रकाशन किया जा चुका है।इसके अलावा उनकी रंगमंचीय - धार्मिक, समाज व धाम हितैषी अनेक समारोहों के स्तरीय आयोजन इत्यादि के द्वारा सम्पन्न सद्सेवा कार्यों की फेहरिस्त बेहद लम्बी है।
प्रमुख समाजसेवी कमलकांत गुप्ता (होटल देव रेजिडेंसी) ने कहा कि सादा जीवन - उच्च विचार भाव के पोषक तथा बातें कम काम ज्यादा सिद्धांत की अवधारणा को आत्मसात कर चुके आचार्य प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ब्रजधाम में "गृहस्थी बाबा" के नाम से प्रसिद्ध हैं।मनोज बंसल (बंसल मेडिकल) ने कहा कि श्रीहरिदास पीठाधीश्वर के व्यक्तित्व व कृतित्व से शिक्षा ग्रहण कर समाज को उनका अनुसरण करना चाहिए।
इस मौके पर प्रख्यात साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी पंडित, मुकेश पुरोहित, डॉ. राधाकांत शर्मा व विप्रांश बल्लभ गोस्वामी ने भी विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम का संचालन पंडित नवीन पुरोहित ने किया।