अन्तर्राज्यीय वाहन चोरी करने वाले गद्दू गैंग का भन्डाफोड करते हुये गद्दू गैंग सरगना सहित कुल 08 शातिर चोर गिरफ्तार।
नोएडा पुलिस ने अन्तर्राज्जीय कार चोरों का गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गद्दू गिरोह के मास्टर माइंड सहित 8 अपराधियों को गिरफ्तार किया गेंग का मास्टर माइंड साकिब उर्फ गद्दू है ।
नोएडा पुलिस ने अन्तर्राज्जीय कार चोरों का गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए गद्दू गिरोह के मास्टर माइंड सहित 8 अपराधियों को गिरफ्तार किया गेंग का मास्टर माइंड साकिब उर्फ गद्दू है । यह गिरोह दिल्ली एवं एनसीआर क्षेत्र गाजियाबाद व नोएडा मे सेक्टरों/कालोनियों में खडी लग्जरी कार जैसे फॉर्च्यूनर, स्कार्पियों, इनोवा, क्रेटा, बलैनो को चोरी करने का अपराध पिछले कई वर्षों से एक साथ मिलकर कर रहे है ।
यह गिरोह मुख्यतः तीन चरणों में एनसीआर क्षेत्र से विभिन्न-विभिन्न कम्पनीयों की टॉप मॉडल कारों को चोरी करने का कार्य करते है इसी गिरोह के सदस्य मो0 इमरान उर्फ टट्टी, मो0 फरमान, राशिद उर्फ काला, शाहिबजादा, मोनू उर्फ जमशेद, मास्टर माइंड शाकिब उर्फ गद्दू के लिए कार्य करते है, जिनको शाकिब उर्फ गद्दू द्वारा कार चोरी करने के डिवायस/पैड, चाबियाँ एवं अन्य उपकरण उपलब्ध कराए जाते हैं । जिनकी सहायता से यह लोग कारों को चोरी करने का कार्य करते हैं ।
इस गिरोह के मुख्य सरगना शाकिब उर्फ गद्दू द्वारा उसके गैंग में काम करने वाले सदस्य मो0 इमरान उर्फ टट्टी, मो0 फरमान, राशिद उर्फ काला, शाहिबजादा, मोनू उर्फ जमशेद को मार्केट में आई ऑन डिमान्ड ऐसी कार जो टोटल लॉस एवं कैश लॉस हो जाती हैं, पर आए आर्डर के अनुसार ही कारों को चोरी करने के लिए कहा जाता है । जिसके उपरान्त गद्दू गैंग के सदस्य आपस में एकत्रित होकर कारों को चोरी करने की घटना को अंजाम देते है ।
गद्दू गैंग के सदस्य मो0 इमरान उर्फ टट्टी, मो0 फरमान, राशिद उर्फ काला, शाहिबजादा, मोनू उर्फ जमशेद, शाकिब उर्फ गद्दू द्वारा उपलब्ध करायी गई चोरी की कार से दिल्ली/एनसीआर/नोएडा में रैकी कर असुरक्षित स्थान पर खडी उन कारों को चिन्हित करते हैं जो डिमान्ड में होती हैं । जिसके उपरान्त जब सारी परिस्थियाँ सामान्य होती हैं तो मो0 फरमान एवं राशिद काला जो कि कारों की चाबी की प्रोग्रामिंग के एक्सपर्ट है के द्वारा असुरक्षित खडी गाडी का ड्राईवर साईड का शिशा ग्लास ब्रेकर की सहायता से तोड दिया जाता है ।
यदि कार “PUSH BUTTON START” होती है तो मो0 फरमान एवं राशिद उर्फ काला के द्वारा “KEY PROGRAMMING DEVICE” को एक कनैक्टिंग कैबल के माध्यम से कार में कनैक्ट कर प्रोग्रामिंग सहायता से एक “REMOTE KEY” तैयार कर कार को स्टार्ट कर लेते हैं । और अगर यदि कार KEY स्टार्ट होती है तो इनके द्वारा कार के स्टेरियगं के नीचे होल कर KEY LOCK SET जो कि पूर्व से कार में लगा होता को निकाल लेते है तथा इनके पास मौजूद KEY LOCK SET WITH KEY को बदल कर कार को स्टार्ट कर लेते है इस कार चोरी की प्रक्रिया करने में 3-4 मिनट लगते है ।
इसी दौरान गद्दू गैंग के अन्य सदस्य शाहिबजादा व मोनू उर्फ जमशेद बाहर उतरकर आस-पास की निगरानी करते है ताकी कोई खतरा आने पर वह कार चोरी के कार्य में लगे सदस्यों को बता सकें और इसी समय बजा एक सदस्य मो0 इमरान कार को स्टार्ट रखकर बागने के लिए तैयार रहता है जैसे ही कार स्टार्ट हो जाती है तो मो0 फरमान द्वारा उस कार को टीम के ही एक सदस्य को देकर उस बताए गए स्थान पर मिलने के लिए कहता है । जिसके बाद वह सदस्य कार को लेकर वहां से चला जाता है और बचे हुए सदस्य अन्य कारों को चोरी करने के लिए पुनः निकल जाते है इसी तरह यह एक दिन में कम से कम दो से तीन गाडियों को चुरा कर बताए गए स्थान पर आपस मे मिलते हैं ।
जिसके बाद गद्दू गैंग के सदस्य उन गाडियों को एक या दो दिन के लिए कहीं खडी कर देते हैं । जिससे यदि उसमें जी0पी0एस0 आदि चीजें लगी हों, तो वह पुलिस की गिरफ्त में न आ सके और निगरानी के लिए 2000/- रू0 में एक लडके को रख लेते है । जो उन गाडियों पर नजर रखता है और कोई गडबडी होने पर इन्हें सूचना देता है । जब सारी परिस्थितियाँ सामान्य हो जाती है तो मो0 फरमान उक्त स्थान पर आकर कार में शिशा डालकर आस-पास ही मौजूद गद्दू को उन चोरी की गाडियों गद्दू को बेच देते हैं । इन चोरी की गाडियों को लेने के लिए या तो गद्दू आता है या फिर वह अपने किसी ड्राइवर को भेजकर उन गाडी की नंबर प्लेट को बदलवाकर ले जाता है
इस गिरोह के सरगना शाकिब उर्फ गद्दू द्वारा खरीदी गई चोरी की कारें फार्च्यूरन को 8-10 लाख रूपये में, स्कार्पियों को 5-6 लाख में, क्रेटा को 3-4 लाख में व ब्रेजा व स्विफ्ट को 1-2 लाख रूपये में ऑन डिमान्ड के आधार पर उनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर अपने अन्य साथी रोहित मित्तल, रंजीत, बप्पा को बेचकर पंजाब, जयपुर, हैदराबाद जैसे स्थानों पर भेज देता है ।
सैकेन्ड हैन्ड(पुरानी) कारें खऱीदते समय बरती जाने वाली सावधानियाँ
सैकेन्ड हैन्ड गाडिया हमेशा ऑथॉराइस्ड डीलर से ही हमेशा क्रय करनी चाहिए ।
गाडी खऱीदने से पहले कम्पनी के ऑथॉराइस्ड डीलर से सर्वे कराकर चेक कराना चाहिए ।
गाडी का टॉटल लॉस का रिकार्ड बीमा कम्पनी की मदद से प्रमाणित करा कर ही खीरदें ।
गाडी के पीछले इतिहास के बारे में जानकारी, ऑथॉराइस्ड डीलर आरटीओ बीमा कम्पनी के माध्यम से चेक कराएं ।
गाडी को खरीदते समय गाडियों की चाबी को चेक करने पर यदि रिमाट ज्ञम्ल् में ज्ञम्ल् उपलब्ध न होने पर उसे कभी न खरीदे और यदि ज्ञम्ल् है तो उसकी जांच अवश्य कर ले की वह कहीं से घिसी तो नहीं है । अगर यदि ऐसा होता है तो इस तरीके की गाडियों को न खरीदे ।
जिन गाडियों में जी0पी0एस0 कम्पनी से लगा होता है वह जरूर चौक करें की वह काम कर रहा है या नहीं यदि जीपीएस कार्य नहीं कर रहा है तो इसकी जांच अवश्य कराने के पश्चात ही गाडी को खरीदें ।
किसी भी सैकेन्ड हैन्ड गाडी को खरीदते समय यह पुष्टि कर लें की उस गाडी की दो चाबियाँ है या नहीं ।
पुलिस अन्तर्राजीय कार चोर गिरोह के 08 शातिर चोर (1) मौ0 इमरान उर्फ टट्टी पुत्र महरबान (2) मोनू उर्फ जमशेद पुत्र इकबाल (3) मौ0 फरनाम पुत्र महरबान (4) राशिद उर्फ काला पुत्र शौकीन (5) मौ0 शाहिवजादा पुत्र मौ0 इकबाल (6) साकिब उर्फ गद्दू पुत्र समशुद्दीन (7) रोहित मित्तल पुत्र धर्मपाल मित्तल (8) रंजीत सिंह पुत्र दर्शन सिंह को सपबैल तिराहा सेक्टर 18 से गिरफ्तार किया गया है।