निहारिका साहित्य मंच की स्थापना पर राष्टीय एवम अंतर राष्टीय सैकड़ों प्रतिष्ठित मंच के संस्थापकों ने दी शुभकामना

कवयित्री रीमा सिन्हा जी ने निहारिका साहित्य मंच की स्थापना कवि श्री नरेश चन्द्र उनियाल जी के सहभागिता में किया।रीमा सिन्हा जी एवं कवि उनियाल जी पूर्णवत भी कई मंचों के संचालक रह चुके हैं।

निहारिका साहित्य मंच की स्थापना पर राष्टीय एवम अंतर राष्टीय सैकड़ों प्रतिष्ठित मंच के संस्थापकों ने दी शुभकामना

कवयित्री रीमा सिन्हा जी ने निहारिका साहित्य मंच की स्थापना कवि श्री नरेश चन्द्र उनियाल जी के सहभागिता में किया।रीमा सिन्हा जी एवं कवि उनियाल जी पूर्णवत भी कई मंचों के संचालक रह चुके हैं।

यद्यपि निहारिका साहित्य मंच अभी नया है किंतु बहुत जल्द ही इसने नये कीर्तिमान स्थापित कर लिए हैं। कई सम्मानित समूह के संस्थापक राजेंद्र पांडेय जी,जे. पी शर्मा जी,बी. नेगी कृष्णा जी, अली अंसारी जी, रंजन लाल जी,

मिठु डे जी, सम्पदा ठाकुर जी जुड़े और मंच के उज्जवल भविष्य की कामना की।प्रतिष्ठित मंच के संचालक आदरणीय मान सिंह सुथर जी ने भी व्यक्तिगत तौर पर शुभकामना दी।

मंच की सचिव आ. लता शर्मा जी, आ. माया तिवारी जी ने मंच को बहुत अच्छे से संभाला है जिससे नव आगन्तुक रचनाकारों को भी प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है। फाउंडिंग मेंबर के रूप में अलका शर्मा जी,

विजयलक्ष्मी पांडेय जी, महेन्द्र भट्ट जी, प्रजापति जी, डॉ. रश्मि रत्न जी, दिनेश्व पारीक जी, शालिनी ओझा जी, निभा उत्प्रेक्षा जी, नरेंद्र पाठक जी, हरि पांडेय जी, रश्मि पोखरियाल जी एवं अन्य सभी उत्कृष्ट रचनाकारों ने विशेष योगदान दिया।

आ. रीमा सिन्हा जी ने बताया है कि जल्द ही यह मंच रजिस्टर्ड हो जायेगा।
छायावाद की रचनाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बना यह मंच भविष्य में साहित्य की दुनियां में बहुत आगे जायेगा, ऐसी उम्मीद है।